T20 World Cup में रविवार को अफगानिस्तान के पूर्व कप्तान असगर अफगान नामीबिया के खिलाफ मुकाबले में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आखिरी बार बैटिंग करने के लिए मैदान पर उतरे। इस दौरान असगर अफगान को नामीबिया की टीम से गार्ड ऑफ़ ऑनर मिला। इसके अलावा खुद की टीम के सदस्यों ने भी उनको यह सम्मान दिया।
अंतिम बाद मैदान पर आए असगर अफगान जब बल्लेबाजी कर वापस लौट रहे थे, तब उनके चेहरे पर साफ़ निराशा नजर आ रही थी। उदासी भी थी क्योंकि वह इस मैच के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिर कभी नजर नहीं आएँगे। उन्होंने इसका ऐलान शनिवार को ही कर दिया था। दोनों टीमों के खिलाड़ियों से गार्ड ऑफ ऑनर मिलना एक बड़ी बात है। एक दशक से भी ज्यादा समय तक उन्होंने अफगानिस्तान क्रिकेट टीम को अपनी सेवाएं दी थी।
अंतिम बार बल्लेबाजी करते हुए असगर अफगान ने 23 गेंदों का सामना करते हुए 31 रनों की पारी खेली। अफगानिस्तान की टीम ने नामीबिया के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 160 रनों का स्कोर बनाया। सबसे ज्यादा रन मोहम्मद शहजाद के नाम रहे जिनके बल्ले से 45 रन आए। हजरतुल्लाह जजई ने 33 और नबी ने नाबाद 32 रन बनाए।
नामीबिया के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर असगर अफगान ने अपने संन्यास का ऐलान कर दिया था। ट्विटर पर एक पोस्ट करते हुए उन्होंने इसकी घोषणा की थी। इसके बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी उनकी सेवाओं के लिए धन्यवाद किया और उनके फैसले का स्वागत किया।
असगर अफगान ने तीनों प्रारूप में अफगानिस्तान की टीम की कप्तानी की है। टेस्ट क्रिकेट में उन्हें पहला अफगान कप्तान होने का गौरव हासिल है। 2018 में भारत के खिलाफ आफ्गानिस्तान की टीम ने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। उनकी कप्तानी में अफगानिस्तान की टीम ने 2 टेस्ट जीते और 2 में पराजय का सामना किया। 42 टी20 मैच उनकी कप्तानी में अफगानिस्तान ने जीते।