अफगानिस्तान के कप्तान मोहम्मद नबी ने कहा कि असगर अफगान ने जब अपने संन्यास के बारे में बताया तो वे हैरान थे। उन्होंने नामीबिया के खिलाफ मैच को अंतिम मैच बताते हुए संन्यास की बात कही थी। नबी ने कहा कि मैच से पहले रात को असगर अफगान ने अपने निर्णय के बारे में बताया।
नबी ने कहा कि कल रात उन्होंने (अफगान) मुझसे कहा कि कल मेरा आखिरी मैच होगा और मैं चौंक गया था। यह उनका फैसला था, वह अपने करियर को बेहतर जानते हैं। उन्होंने लगभग 6-7 वर्षों तक टीम की कप्तानी की है वह टी20 में अपनी कप्तानी के साथ बहुत सुसंगत थे। उन्होंने पहले ही तय कर लिया था कि कल मेरा आखिरी मैच होगा।
असगर अफगान जब अंतिम बार बैटिंग करने के लिए मैदान पर आए तो उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया गया। अफगनिस्तान और नामीबिया दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने असगर अफगान को यह सम्मान दिया। उन्होंने पिच के दोनों तरफ खड़े होकर इस खिलाड़ी को गार्ड ऑफ़ ऑनर दिया।
अपने पूर्व कप्तान को अफगानिस्तान की टीम ने जीत का तोहफा दिया। नामीबिया के खिलाफ मैच में पहले खेलते हुए अफगानिस्तान ने 160 रनों का स्कोर खड़ा किया। जवाब में खेलते हुए नामीबिया की टीम 9 विकेट पर 98 रन ही बना पाई। इस तरह से असगर अफगान के लिए यह मुकाबला यादगार बन गया। इससे भी बड़ी बात यह रही कि प्लेयर ऑफ़ द मैच नवीन उल हक ने अपना अवॉर्ड असगर अफगान को समर्पित किया।
नवीन ने कहा कि मैंने अपने डेब्यू उनकी कप्तानी में किया था इसलिए यह अवॉर्ड उनको समर्पित करता हूँ। उन्होंने आगे कहा कि मुझे लगता है कि असगर अफगानिस्तान के अब तक के सर्वश्रेष्ठ कप्तान रहे हैं। हम उनको बहुत मिस करेंगे।
उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान ने टी20 वर्ल्ड कप में नामीबिया और स्कॉटलैंड को आसानी से हराया है। पाकिस्तान के खिलाफ उन्हें पराजय का सामना करना पड़ा।