Team India on the verge of historic feat in Test Cricket: भारत और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज शुरू होने की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है। बांग्लादेश के खिलाफ भारत को सबसे पहले दो टेस्ट और फिर तीन टी20 मैच खेलने हैं। टेस्ट सीरीज की शुरुआत 19 सितंबर से होनी है और पहला मुकाबला चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेला जाना है। इस मुकाबले के लिए भारत का स्क्वाड भी कुछ दिन पहले घोषित कर दिया गया, जिसकी कमान नियमित कप्तान रोहित शर्मा संभालेंगे। वहीं, विराट कोहली, ऋषभ पंत, आर अश्विन और जसप्रीत बुमराह जैसे धाकड़ खिलाड़ी भी नजर आएंगे। इस मुकाबले का इंतजार फैंस को बेसब्री से है, क्योंकि टीम इंडिया लंबे ब्रेक के बाद वापस एक्शन में नजर आने वाली है। वहीं, अब हम आपको एक खास उपलब्धि के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानकार आप भी चेन्नई टेस्ट की अहमियत को समझ जाएंगे।
दरअसल, टेस्ट इतिहास में भारत के पास एक शानदार उपलब्धि हासिल करने का मौका है। हालांकि, इसके लिए उसे चेन्नई टेस्ट में जीत दर्ज करनी होगी या फिर हार से बचना होगा। अगर टीम इंडिया जीत दर्ज करती है तो चेन्नई में ही इतिहास रच देगी, नहीं तो ड्रॉ होने पर उसके पास बांग्लादेश के खिलाफ कानपुर टेस्ट में भी ऐसा करने का मौका होगा। बता दें कि भारत ने अपना पहला टेस्ट मुकाबला 1932 में खेला था और तब से एक बार भी ऐसा नहीं हुआ, जब टीम इंडिया ने इस फॉर्मेट में हार से ज्यादा जीत दर्ज की हों लेकिन उसके पास ऐसा करने का मौका है।
भारत के पास पहली बार ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने का मौका
मौजूदा समय में भारत के खाते में 579 टेस्ट में 178 जीत और 178 हार हैं, जबकि 22 मैच ड्रॉ और एक मैच टाई रहा। ऐसे में अगर भारत चेन्नई टेस्ट जीत जाता है तो पहली बार उसके खाते में जीते गए मैचों की संख्या हार की तुलना में ज्यादा हो जाएगी। इसी वजह से बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज काफी खास हो गई है। वहीं, अगर दोनों मैच ड्रॉ रहते हैं तो फिर टीम इंडिया इस उपलब्धि को न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में हासिल करने का प्रयास करेगी।