Indian Cricketer Robin Sharma Life Story: क्रिकेट खेल है या जुनून यह तो एक खिलाड़ी ही बता सकता है, क्योंकि जैसे क्रिकेट का खुमार फैंस के सिर चढ़कर बोलता है वह देखने लायक होता है। अपने फेवरेट क्रिकेटर की एक झलक पाने के लिए फैंस घंटों लाइन में लगे रहते हैं। वहीं एक ऐसे क्रिकेटप्रेमी के बारे में बताएंगे जो भारत में पढ़ाई करने आए थे लेकिन टीम इंडिया की जान बन गए। जी हां यह कहानी है भारत के धाकड़ क्रिकेटर रॉबिन सिंह की। रॉबिन सिंह साल 2007 से 2009 तक टीम इंडिया के फील्डिंग कोच भी रहे थे। वे 2007 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के भी सपोर्ट स्टाफ का हिस्सा थे। वे अपना देश, गांव, घर, परिवार सबकुछ छोड़कर वह वेस्टइंडीज से 80 के दशक में भारत आए थे।
कौन है रॉबिन सिंह जो थे भारत के पहले विदेशी खिलाड़ी?
रॉबिन सिंह का मूल नाम रवीन्द्र रामनारायण सिंह है। रॉबिन सिंह की कहानी बिल्कुल किसी फिल्म के हीरो की तरह है। लेकिन वेस्टइंडीज से भारत और फिर भारत की क्रिकेट टीम में आना सुनने में आसान लग रहा है लेकिन इसके लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया। वह त्रिनिदाद में ही ट्रेनिंग किया करते थे। वेस्टइंडीज में स्कूल और क्लब लेवल पर वे क्रिकेट खेलते थे।
दरअसल 80 के दशक में भारत से हैदराबाद ब्लू नाम की टीम टूर्नामेंट खेलने वेस्टइंडीज गई थी। जिसमें रॉबिन सिंह त्रिनिदाद की ओर से उस मैच में खेल रहे थे। रॉबिन के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए भारत की टीम के अकबर इब्राहिम नामक शख्स ने उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया।
भारत की नागरिकता मिलने में काफी समय लगा
महज 19 वर्ष की आयु में रॉबिन सिंह वेस्टइंडीज से मद्रास आ गए थे। मद्रास में रॉबिन ने यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास में इकोनॉमिक्स की पढ़ाई शुरू की। रॉबिन को क्रिकेट खेलना बचपन से ही पसंद था। इसलिए उन्होंने पढ़ाई के साथ- साथ क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। उन्होंने भारत में क्रिकेट खेलना तो शुरू कर दिया, लेकिन भारत की नागरिकता मिलने में उन्हे काफी समय लग गया। 1989 में भारत की नागिरकता मिलने के बाद उनका सिलेक्शन वेस्टइंडीज टूर के लिए टीम इंडिया में हो गया।
रॉबिन सिंह ने अपना पहला इंटरनेशनल क्रिकेट मैच अपने ही देश के खिलाफ खेला था...
सबसे बड़ी बात तो यह है कि रॉबिन सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने पूर्व देश वेस्टइंडीज के खिलाफ ही डेब्यू किया था। लेकिन उस सीरीज में उन्हें सिर्फ दो मैचों में ही मौका मिला था। इसके बाद 1996 में टाइटन कप में रॉबिन को सात साल बाद मौका मिला। इसके बाद साल 2001 तक रॉबिन लगातार टीम का हिस्सा रहे। टीम इंडिया के लिए उन्होंने 136 वनडे खेले। उनके नाम 2336 रन और 69 विकेट दर्ज हैं।