Team India vice-captain for Champions Trophy: आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए शनिवार को टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया। बोर्ड की एक हाई प्रोफाइल मीटिंग के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के 15 सदस्यीय टीम पर मुहर लगी। जिसके साथ ही अब रोहित शर्मा की कप्तानी में इन 15 खिलाड़ियों पर टीम इंडिया को चैंपियंस ट्रॉफी का ताज दिलाने की जिम्मेदारी रहेगी। भारतीय टीम के सेलेक्शन में बहुत ज्यादा टाइम लगा और करीब ढाई घंटे की मीटिंग के बाद स्क्वाड पर फैसला हो सका।
टीम इंडिया की घोषणा में क्यों लगा ढाई घंटे का वक्त?
शनिवार को दोपहर में टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर अजीत आगरकर, कप्तान रोहित शर्मा और हेड कोच गौतम गंभीर ने मिलकर इस टीम का ऐलान किया। जिस तरह से टीम के चयन में इतना ज्यादा वक्त लगा ये हर किसी को हैरान कर रहा है। आखिर क्यों इतना वक्त लगा? और ऐसा क्या हुआ कि सेलेक्शन कमेटी में टीम को लेकर बात नहीं बन पायी थी। इसका जवाब अब मिल गया है।
स्क्वाड था पहले से तैयार, उपकप्तानी को लेकर फंस पेंच
दरअसल टीम इंडिया के स्क्वाड में जिन 15 खिलाड़ियों का चयन किया गया वो नाम पहले से ही तय थे। तो अब सवाल उठता है कि इतनी देर क्यों लगी? इसका जवाब दैनिक जागरण में छपी एक रिपोर्ट में मिला है। वैसे तो टीम के खिलाड़ियों के नाम तय थे। लेकिन टीम के उपकप्तान को लेकर पेंच फंस गया था और उसी बहस में 2 घंटे से ज्यादा हो गया।
रोहित-अगरकर और गंभीर की पसंद में अंतर
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए शुभमन गिल को रोहित शर्मा का डिप्टी बनाया गया है। लेकिन उपकप्तानी को लेकर हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान-चीफ सेलेक्टर रोहित शर्मा व अजीत अगरकर के बीच एक राय नहीं हो सकी। रिपोर्ट की माने तो गौतम गंभीर उपकप्तानी के लिए हार्दिक पांड्या के नाम पर अड़ गए थे। वहीं रोहित शर्मा और अजीत अगरकर टीम का उपकप्तान शुभमन गिल को बनाना चाहते थे। यहां हार्दिक पांड्या के साथ खेल हो गया। क्योंकि वो भारत के लिए वनडे वर्ल्ड कप 2023 और टी20 वर्ल्ड कप 2024 में उपकप्तान थे। लेकिन इसके बाद से ही उनके हाथ से ये जिम्मेदारी निकल गई।