"भगवान का शुक्र है कि केएल राहुल इंदौर टेस्ट नहीं खेले"- भारतीय दिग्गज का चौंकाने वाला बयान 

केएल राहुल को इंदौर टेस्ट में मौका नहीं मिला था
केएल राहुल को इंदौर टेस्ट में मौका नहीं मिला था

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंदौर टेस्ट (IND vs AUS) में भारतीय टीम ने ओपनर और पूर्व उपकप्तान केएल राहुल (KL Rahul) को प्लेइंग XI से ड्रॉप कर दिया था। इस फैसले से पूर्व भारतीय ओपनर क्रिस श्रीकांत काफी खुश हैं। उनके मुताबिक इस तरह की पिचों पर रन बनाना मुश्किल है और अगर राहुल खेलते तो उनका आत्मविश्वास और कमजोर हो जाता।

श्रीकांत ने इंदौर की पिच से निराशा जताई। आईसीसी ने भी इंदौर की पिच को ख़राब माना और तीन डिमेरिट पॉइंट्स दिए। मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने कहा कि पिच बल्ले और गेंद के बीच संतुलन प्रदान नहीं करती है और यह शुरू से ही स्पिनरों के अनुकूल थी।

अपने यूट्यूब शो पर श्रीकांत ने कहा कि इंदौर जैसी पिच बल्लेबाजी यूनिट के विफल होने का सेटअप कर रही है। उन्होंने केएल राहुल और पिच को लेकर कुछ अहम बातें कही। श्रीकांत ने कहा,

सबसे पहले मैं केएल राहुल के लिए खुश हूं। शुक्र है कि वह नहीं खेले। अगर वह इन विकेटों पर खेले होते और अगले दो टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे होते और उनका करियर समाप्त हो जाता... भगवान का शुक्र है कि वह नहीं खेले।
इन पिचों पर बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल होता है। कोई भी हो, बल्लेबाजी करना मुश्किल है। चाहे वह विराट कोहली हों, कोई भी इन पिचों पर रन नहीं बना सकता। अगर आप इस पर गौर करो तो पहली पारी में गेंदबाजी कर रहे कुहनेमन गेंद को स्क्वायर टर्न करवा रहे थे। इन विकेटों पर विकेट लेना कोई बड़ी बात नहीं है। अगर मैं गेंदबाजी करता तो भी विकेट हासिल करता। ये कठिन बातचीत हैं, हमें इन्हें स्वीकार करना होगा।

इंदौर जैसी पिचें टेस्ट क्रिकेट का अच्छा प्रचार नहीं हैं - क्रिस श्रीकांत

तीसरे टेस्ट के बाद, कप्तान रोहित शर्मा ने कहा था कि हम इस तरह की पिचों पर खेलना चाहते हैं। वहीं श्रीकांत ने कहा कि इंदौर जैसी पिचें टेस्ट क्रिकेट के अच्छे प्रचार के लिए नहीं हैं और भारत को अच्छे विकेट तैयार करने चाहिए, भले ही वे घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाना चाहते हों। उन्होंने कहा,

टेस्ट क्रिकेट के लिए यह अच्छा प्रचार नहीं है। वे गलती कर रहे हैं। हां, अगर आप ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2008 की सीरीज देखें। पिचें टर्नर नहीं थीं लेकिन भारत सीरीज 2-0 से जीत सकता था। लेकिन यहां, गेंद पहले दिन से स्क्वायर टर्न हो रही है। इन पिचों पर बल्लेबाजी देखना मुश्किल है। यह टेस्ट क्रिकेट के लिए अच्छा प्रचार नहीं है। घरेलू लाभ लेने में कुछ भी गलत नहीं है। लेकिन आपको कुछ अच्छे विकेट तैयार करने होंगे।

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