#2 हितों का टकराव
2015 में एक बार फिर से धोनी के करियर में ऐसा समय आया, जब लोगों ने फिर से उन पर संदेह किया। दरअसल उस दौरान खबर मिली थी कि रिती स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में कथित रूप से धोनी की भी 15 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यही नहीं यह भी अफवाह थी कि इस कंपनी ने धोनी के साथ-साथ उनके साथी रविन्द्र जडेजा और सुरेश रैना के हितों को भी प्रभावित किया था। जिस पर कई पूर्व क्रिकटरों ने आपत्ति जताई थी और धोनी की आलोचना की थी।
हालांकि बाद में फर्म ने विवाद पर सफाई देते हुए धोनी को खुद से अलग बताया था। कंपनी का कहना था कि धोनी के पास कंपनी के जो शेयर थे, वह विवाद के समय से पहले के थे। हालांकि धोनी को इस मामले पर भी काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ी थीं।
#1 2019 क्रिकेट विश्वकप के बाद
महेंद्र सिंह धोनी ने भले ही अपनी कप्तानी में भारत को चैंपियन बनाया हो लेकिन वह 2019 के विश्वकप के सेमीफाइनल मैच को कभी नहीं भूल पाएंगे। जहां उन्होंने भारत को जिताने के लिए भरसक प्रयास किए लेकिन अंत में हार मिलने के बाद एक बार फिर से वह प्रशंसकों के निशाने पर आए। एक समय पर जब धोनी और जडेजा क्रीज पर मौजूद थे, तो लग रहा था कि भारत यह मैच जीत जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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वहीं इस हार के बाद सभी ने धोनी पर उंगली उठानी शुरू कर दी और उन्हें संन्यास लेने की सलाह भी दे डाली। जबकि इस मामले में गलती टीम प्रबंधन की भी निकलकर सामने आई है, जिसने धोनी को निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए भेजा और इसका परिणाम यह हुआ कि भारत के पास मैच जीतने के लिए पर्याप्त ओवर ही नहीं बचे। इस मैच में भारत की ओर से जडेजा और धोनी ने मिलकर 100 से अधिक रन की साझेदारी की थी, लेकिन जडेजा का विकेट गिरने के साथ ही यह मैच हाथ से निकल गया।