टेस्ट क्रिकेट को असली क्रिकेट कहा जाता है, इसमें हर मोड़ पर परेशानी, अच्छे और खराब दौर का सामना करना पड़ता है। भारतीय टीम ने इस साल टेस्ट क्रिकेट में घरेलू जमीन पर उम्दा प्रदर्शन किया। उन्हें इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में हार का सामना करना पड़ा। दूसरी तरफ विश्व क्रिकेट की अन्य टीमों को भी अपने देश में अच्छा करने के बाद बाहर मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इन सबके बीच व्यक्तिगत प्रदर्शन के मामले में कई खिलाड़ी अव्वल रहे। इनमें बल्लेबाज, गेंदबाज और ऑल राउंडर प्रमुख रहे हैं।
वर्ष 2018 के सभी टेस्ट मैच खत्म हो गए हैं और अगला टेस्ट 2019 में ही खेला जाएगा। भारत और ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान तथा न्यूजीलैंड और श्रीलंका के टेस्ट मैच 26 दिसम्बर से शुरू हुए और उनके नतीजे भी आ गए हैं। इस चीज को ध्यान में रखते हुए टेस्ट क्रिकेट में इस वर्ष विश्व भर के टॉप खिलाड़ियों की एक टीम बनाने पर विचार किया गया है। इसमें उन खिलाड़ियों को जगह दी गई है जिनका प्रदर्शन आला दर्जे का रहा है। आपको उन सभी 11 खिलाड़ियों के बारे में इस आलेख में रूबरू कराया जाएगा।
जसप्रीत बुमराह
इस युवा तेज गेंदबाज ने इस वर्ष दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज से अपने टेस्ट करियर का आगाज किया और चयन को सार्थक साबित कर दिया। उन्होंने इंग्लैंड ऑस्ट्रेलिया में चल रही टेस्ट सीरीज में भी अपने नाम का डंका बजाय है। 2018 में उन्होंने 9 मैच खेले हैं और 48 विकेट अपने नाम किये हैं। इस दौरान उनका औसत 21 का रहा है जो काफी अच्छा कहा जा सकता है। इस साल की श्रेष्ठ टेस्ट एकादश में जसप्रीत बुमराह का नाम एक तेज गेंदबाज के रूप में जरुर होना चाहिए। उन्होंने तेजी से उभरते हुए खुद को साबित भी बेहद शानदार तरीके से किया है। मेलबर्न टेस्ट में वे 9 विकेट लेकर मैन ऑफ़ द मैच भी बन।
कगिसो रबाडा, जेम्स एंडरसन, नाथन लायन
कगिसो रबाडा का नाम इस साल की श्रेष्ठ टेस्ट एकादश मेंहोना बेहद जरुरी हो जाता है। इस वर्ष उन्होंने 10 टेस्ट मैचों में 20 के औसत से 52 विकेट चटकाए हैं। एक मैच में उन्होंने 11 विकेट भी झटके हैं इसलिए उन्हें तेज गेंदबाज के रूप में शामिल किया गया है।
जेम्स एंडरसन का प्रदर्शन लाल गेंद के साथ हमेशा अच्छा रहा है और इस साल भी उन्होंने इसे बरकरार रखा है। इस वर्ष उन्होंने 12 टेस्ट मैचों में शिरकत करते हुए 22 से ज्यादा की औसत के साथ 43 विकेट अपने नाम किया। अनुभव और फॉर्म के लिहाज से उन्हें श्रेष्ठ एकादश में शामिल किया गया है।
नाथन लायन ने स्पिन विभाग में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। उन्हें बतौर स्पिनर शामिल करना जरुरी हो जाता है। इस वर्ष उन्होंने 10 टेस्ट मैच खेलकर 49 विकेट चटकाए हैं। मेलबर्न में समाप्त हुए बॉक्सिंग डे टेस्ट में उनका प्रदर्शन ख़ास नहीं रहा थ।
ऋषभ पन्त, बेन स्टोक्स, जो रूट
ऋषभ पन्त ने अपना टेस्ट डेब्यू इंग्लैंड में किया था और सभी का ध्यान आकर्षण भी किया था। उन्होंने अपना पहला रन भी छक्के से बनाया। इसके बाद वहां एक शतक भी जड़ा। उन्होंने इस वर्ष 8 टेस्ट खेले हैं और 537 रन बनाए हैं, इस दौरान उन्होंने 1 शतक और 2 अर्धशतक जड़े हैं। विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में ऋषभ पन्त को शामिल किया गया है।
बेन स्टोक्स को साल 2018 के सबसे शानदार ऑल राउंडर के रूप में टीम में शामिल किया गया है। उन्होंने 10 मैच खेलते हुए 537 रन बनाए हैं और 22 विकेट भी चटकाए हैं। एक ऑल राउंडर के तौर पर इस टीम में उनसे बेहतर खिलाड़ी कोई नहीं हो सकता।
जो रूट को नम्बर पांच पर बल्लेबाजी के लिए उपयुक्त कहा जा सकता है। उन्होंने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए इस साल 13 टेस्ट मैचों में 948 रन बनाए हैं, इसमें 2 शतक भी उन्होंने जड़े हैं। मध्यक्रम में बल्लेबाजी के लिए वे फिट बैठते हैं।
विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा नम्बर तीन पर भरोसेमंद बल्लेबाज के तौर पर शामिल किये जा सकते हैं। शुरुआती विकेट गिरने के बाद उन्होंने पारी को सँभालने का काम बखूबी सीखा है। इस वर्ष उन्होंने बढ़िया खेल दिखाया है। उन्होंने 13 मैचों में 3 शतक की मदद से 837 रन बनाए हैं। इसमें उन्होंने 4 अर्धशतक भी। तीसरे नम्बर पर बल्लेबाजी के लिए कोई उनका विकल्प नहीं बन सकता।
विराट कोहली इस वर्ष के श्रेष्ठ टेस्ट क्रिकेटर हैं। उन्होंने नम्बर चार पर बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम के लिए बहुत शानदार खेल दिखाया है। 2018 में खेले गए 13 मैचों में उन्होंने 1322 रन बनाए हैं, इसमें 5 शतक शामिल है। अन्य कोई बल्लेबाज रनों के मामले में कोहली के आस-पास भी नहीं है। टेस्ट रैंकिंग में भी उन्होंने नम्बर एक पर कब्जा जमाया हुआ है। चार नम्बर पर बल्लेबाजी के लिए वे बेस्ट हैं। इस टीम के कप्तान भी विराट कोहली ही होंगे।
एलिस्टेयर कुक और दिमुथ करुनारत्ने
एलिस्टेयर कुक ने इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। भारत के खिलाफ चार मैचों की टेस्ट सीरीज के अंतिम मुकाबले में कुक ने एक शतक और एक अर्धशतक लगाते हुए करियर का शानदार ढंग से समापन किया। हालांकि यह वर्ष उनके लिए ज्यादा अच्छा नहीं गया। उन्होंने 10 मैचों में 29 के औसत से 516 रन बनाए लेकिन एक ओपनर बल्लेबाज के तौर पर उनसे बेहतर बल्लेबाज कोई अन्य नहीं हो सकता।
दिमुथ करुणारत्ने ने बतौर ओपनर इस वर्ष काफी बढ़िया खेल दिखाया है। उनकी औसत भी 53 की रही और खेल में भी निखार देखने को मिला है। उन्होंने 9 मुकाबले खेलकर 743 रन बनाए हैं। इसमें एक शतक और 7 अर्धशतक शामिल हैं। एलिस्टेयर कुक के साथ उनसे बेहतर कोई अन्य बल्लेबाज शायद ही हो। इस वर्ष की श्रेष्ठ एकादश के लिए उन्हें बतौर ओपनर टीम में शामिल करना काफी जरुरी हो जाता है।