इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की शुरुआत 19 सितंबर से होनी है और इसकी तैयारियां काफी तेजी से चल रही है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा तैयार किए गए आईपीएल के एक ड्राफ्ट के मुताबिक यूएई में अभ्यास शुरु करने से पहले भारतीय खिलाड़ियों को पांच बार कोरोना निगेटिव आना पड़ेगा। आईपीएल के दौरान भी खिलाड़ियों को हर पांचवें दिन कोरोना टेस्ट से गुजरना होगा।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि भारतीय खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ को अपनी-अपनी टीमों के साथ जुड़ने और 14 दिन का क्वारंटाइन शुरु करने के एक हफ्ते पहले दो बार आरटी-पीसीआर वाले कोरोना टेस्ट से गुजरना होगा। यदि कोई व्यक्तिगत तौर पर पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे 14 दिन के क्वारंटाइन में भेजा जाएगा।
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बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, "यूएई में आने के बाद खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को एक हफ्ते के क्वारंटाइन में तीन बार निगेटिव आना होगा और इसके बाद ही वे बॉयो-सिक्योर वातावरण में जाकर अभ्यास शुरु कर सकते हैं।"
नेगेटिव आने पर ही आईपीएल के लिए निकल पाएंगे
सभी विदेशी खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ भी उड़ान भरने से पहले दो टेस्ट से गुजरेंगे और निगेटिव आने के बाद ही वे यूएई के लिए निकलेंगे। खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार और पार्टनर की यात्रा पर अंतिम निर्णय फ्रेंचाइजियों को लेना होगा। हालांकि, किसी को भी बॉयो-सिक्योर वातावरण से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी।
परिवार के लोग भी खिलाड़ियों और मैच ऑफिशियल के एरिया में मैच या फिर अभ्यास के दौरान नहीं जा सकेंगे और साथ ही उन्हें अन्य खिलाड़ियों से मिलने के समय शारीरिक दूरी बनानी होगी। बॉयो- सिक्योर वातावरण से जो भी बाहर निकलेगा उसे सात दिन के क्वारंटाइन में भेजा जाएगा। कोरोना को ध्यान में रखते हुए आईपीएल में अनलिमिटेड कोरोना सब्सटीट्यूट दिए जाएंगे।
बीसीसीएई के प्रोटोकॉल के अलावा टीमें अपने हिसाब से भी टेस्टिंग कर सकती हैं और साथ ही यूएई के नियमों के हिसाब से भी जांच कराई जा सकती है।