सिडनी टेस्ट मैच में भारतीय टीम (Indian Team) के कप्तान अजिंक्य रहाणे (Ajinkkya Rahane) का बल्ला नहीं चला लेकिन टीम ने मुकाबला ड्रॉ कराने में सफलता हासिल की। बड़ी बढ़त हासिल करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय टीम को बड़ा लक्ष्य दिया लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों को बखूबी झेला। मैच के बाद अजिंक्य रहाणे ने इसे जीते हुए टेस्ट मैच की तरह बताया।
यह टेस्ट मैच जीतने की तरह अच्छा था। जब आप विदेश आते हैं और इस तरह का मैच खेलते हैं, तो यह वास्तव में विशेष होता है। जैसा कि मैंने कहा, यह एक जीत की तरह ही था। रहाणे ने मैच के बाद हुई प्रेस वार्ता में आगे कहा कि टीम के रूप में मेलबर्न हमारे लिए अच्छा था। एडिलेड में हारने के बाद जिस तरह की वापसी हमने की, हमने जिस तरह का रवैया और चरित्र मैदान पर दिखाया, वह शानदार था।
अजिंक्य रहाणे ने बताई योजना
सिडनी टेस्ट के बारे में रहाणे ने कहा कि यहां आकर हम शुरू में खेल से थोड़ा पीछे थे और आज हम जानते हैं कि हमें 407 रनों का पीछा करना था। लेकिन बात अंत तक लड़ने की थी। हमें अपने खेल को वास्तव में सरल रखना था, परिणाम के बारे में सोचने के लिए नहीं, बस एक समय में एक सत्र खेलने का सोचा। रहाणे ने कहा कि टीम के बल्लेबाजों, गेंदबाजों सभी ने सही समय पर अपना अच्छा योगदान दिया।
गौरतलब है कि सिडनी टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों ने भारतीय टीम को हराने के लिए काफी मशक्कत की लेकिन सफलता नहीं मिली। पांच विकेट गिरने के बाद अश्विन और हनुमा विहारी क्रीज पर टिककर खड़े हो गए और डिफेन्सिव क्रिकेट खेलते रहे। अंतिम सेशन में भारत ने कोई विकेट नहीं खोया और मैच ऑस्ट्रेलिया के हाथ से निकलकर ड्रॉ की तरफ चला गया। भारतीय टीम ने पिछड़ने के बाद भी मैच बचा लिया।