#2 श्रीलंका- 1996 वर्ल्ड कप
वर्ल्ड कप की शुरुआत से पहले ही श्रीलंका को अंडरडॉग का तमगा दिया गया था, लेकिन उन्होंने आक्रामक क्रिकेट खेलकर खुद को सेमीफाइनल में पहुंचा लिया था। भले ही श्रीलंका ने टूर्नामेंट में भारत को पहले हराया था, लेकिन वे नॉकआउट राउंड में कभी नहीं पहुंचे थे और इस कारण भारत को मैच जीतने का फेवरेट माना जा रहा था।
श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहले ओवर में ही दोनों ओपनर्स के विकेट गंवा दिए थे, लेकिन अरविंदा डिसिल्वा ने धुंआधार बल्लेबाजी की और 66 रन बनाकर अनिल कुंबले का शिकार हुए। कप्तान अर्जुन रणातुंगा और रोशन महानमा ने छठे विकेट के लिए 83 रन जोड़े और श्रीलंका ने 251 रनों का स्कोर खड़ा किया।
जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने आठ रन पर ही पहला विकेट गंवा दिया था, लेकिन सचिन तेंदुलकर ने अर्धशतक लगाते हुए भारतीय टीम को मैच में बनाए रखा। तेंदुलकर के आउट होते ही भारतीय पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई और उन्होंने 132 रनों पर ही आठ विकेट गंवा दिए थे। ईडन गार्डन्स में बैठे फैंस उग्र हो गए और मैदान में बोतलें फेंकी जाने लगी जिसके बाद मैच रोक दिया गया और श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया गया।
श्रीलंका 251/8 (50 ओवर), इंडिया 120/8 (34.1 ओवर) (क्रिकेट वर्ल्ड कप 1996)