ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व कप्तान टिम पेन (Tim Paine) ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट से अपने रिटायरमेंट को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। टिम पेन ने कहा है कि जबसे उन्होंने संन्यास का ऐलान किया है तबसे उनके फोन पर लगातार मैसेज आ रहे हैं और उन्हें काफी सपोर्ट मिल रहा है।
टिम पेन ने अपना आखिरी मुकाबला शेफील्ड शील्ड में क्वींसलैंड के खिलाफ खेला। 38 वर्षीय टिम ने आधिकारिक तौर पर अपने संन्यास की घोषणा नहीं की लेकिन उनकी टीम के कप्तान जॉर्डन सिल्क ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह सुनिश्चित किया कि यह टिम पेन का आखिरी प्रथम श्रेणी मुकाबला था। मैच के अंत में उनकी घरेलू टीम तस्मानिया ने उन्हें गार्ड ऑफ़ ऑनर से भी सम्मानित किया।
टिम पेन ने साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। उसके बाद वह अंदर-बाहर होते रहे लेकिन साल 2018 में उन्होंने मुश्किल हालातों में राष्ट्रीय टीम की कमान संभाली। बॉल टैंपरिंग मुद्दा सामने आने के बाद कंगारू टीम मुश्किल हालात से गुजर रही थी और इस बीच टिम पेन ने टेस्ट टीम की कमान संभाली और काफी अच्छी तरह से टीम को लीड किया। हालांकि अपने ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों के बाद उन्हें पिछली एशेज से पहले कप्तानी छोड़नी पड़ी थी।
अपने होम ग्राउंड पर आखिरी मैच खेलना काफी शानदार रहा - टिम पेन
टिम पेन ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट से अपने संन्यास को लेकर बड़ा बयान दिया। ईएसपीएन क्रिकइन्फो के मुताबिक उन्होंने कहा,
तस्मानिया के साथ मैं एक साल और खेलना चाहता था और अच्छी यादों के साथ पॉजिटिव नोट पर फिनिश करना चाहता था। अपने होम ग्राउंड में आखिरी मैच खेलना काफी अच्छा रहा। मेरे फोन पर लगातार मैसेज आ रहे हैं। पूरी दुनिया से लोग मुझे मैसेज कर रहे हैं जो काफी शानदार है। कई सारे मैसेज पढ़कर मैं इमोशनल भी हो गया।
आपको बता दें कि टिम पेन ने प्रथम श्रेणी में कुल 154 मुकाबले खेले, जिसमें 35 टेस्ट मैच और तस्मानिया की तरफ से 95 मैच शामिल हैं।