भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी कोई मुकाबला होता है तो पूरी दुनिया की निगाहें उस पर होती हैं। दोनों पड़ोसी देशों के बीच जब भी कोई मैच खेला जाता है तो वो मुकाबला ना केवल खिलाड़ियों बल्कि दोनों देशों के हर एक क्रिकेट फैंस के बीच होता है। यही वजह है कि इस मुकाबले की अहमियत काफी ज्यादा बढ़ जाती है और रोमांच अपने चरम पर होता है। चाहे नॉर्मल मैच हो या फिर वर्ल्ड कप का कोई मुकाबला हो भारत-पाकिस्तान मैच हमेशा हाईवोल्टेज होता है।
वैसे अगर हेड डू हेड आंकड़ों की बात करें तो पाकिस्तान की टीम ने भारत से ज्यादा मैच जीते हैं लेकिन वर्ल्ड कप की अगर बात करें तो यहां पर भारतीय टीम का पलड़ा पाकिस्तान के ऊपर पूरी तरह से भारी है। भारत ने आज तक वर्ल्ड कप के हर मुकाबले में पाकिस्तान को हराया है। पाकिस्तान की टीम आज तक वर्ल्ड कप में भारत से नहीं जीत पाई है और इस दौरान कई शानदार मुकाबले हमें दोनों टीमों के बीच देखने को मिले हैं।
हम आपको इस आर्टिकल में भारत-पाकिस्तान के बीच वर्ल्ड कप में खेले गए 3 बेहतरीन मुकाबलों के बारे में बताएंगे। इस लिस्ट में वनडे और टी20 दोनों वर्ल्ड कप के मैच शामिल हैं।
वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान के 3 जबरदस्त मैच
3. वर्ल्ड कप 2011 सेमीफाइनल, मोहाली
दोनों टीमों के बीच ये मुकबला 2011 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मोहाली में खेला गया था। इस मैच में भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 260 रन ही बनाए थे। सचिन तेंदुलकर ने सबसे ज्यादा 85 रन बनाए थे। 260 का स्कोर ज्यादा बड़ा नहीं होता है और ये आसानी से चेज हो सकता है लेकिन वो भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला था और ऊपर से वर्ल्ड कप सेमीफाइनल का प्रेशर और था।
यही वजह रही कि पाकिस्तान की टीम दबाव में आकर बिखर गई और 231 रन ही बना पाई। इस तरह भारत ने पाकिस्तान को हराकर फाइनल में प्रवेश किया और 28 साल बाद वर्ल्ड कप का खिताब जीता।
इस मुकाबले का हाइप इतना ज्यादा था कि उस वक्त दोनों देशों के प्रधानमंत्री इस मैच को देखने स्टेडियम में गए थे। इसके अलावा सचिन तेंदुलकर को अंपायर द्वारा पगबाधा आउट नहीं देने के फैसले ने भी सुर्खियां बटोरी। इसकी चर्चा आज तक पाकिस्तानी खिलाड़ी करते हैं।
वर्ल्ड कप 2003, सेंचूरियन
शोएब अख्तर की गेंद पर सचिन तेंदुलकर के अपर कट द्वारा लगाए गए छक्के को देखते ही 2003 वर्ल्ड कप की तस्वीरें ताजा हो जाती हैं। इस मैच में सचिन और सहवाग ने जिस तरह से पाकिस्तानी गेंदबाजों की धुनाई की थी, उसे आज भी याद किया जाता है।
पाकिस्तान ने पहले खेलकर 273 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया लेकिन सचिन तेंदुलकर ने सिर्फ 75 गेंद पर 98 रनों की पारी खेलकर इस लक्ष्य को बेहद मामुली बना दिया। आखिर में भारतीय टीम ने 6 विकेटों से जीत हासिल की। भारतीय टीम 2003 वर्ल्ड कप में फाइनल तक पहुंची थी।
1.टी20 वर्ल्ड कप फाइनल 2007
ये वो मैच है, जिसमें भारतीय टीम ने हारी हुई बाजी को अपने नाम किया था। मिस्बाह उल हक के एक गलत शॉट ने पूरे भारत को जश्न का मौका दे दिया था और भारतीय टीम टी20 की पहली वर्ल्ड चैंपियन बन गई थी। भारत ने पहले खेलते हुए 5 विकेट पर 157 रन बनाए थे और जवाब में पाकिस्तान टीम 19.3 ओवर में 152 रन ही बना पाई।
मिस्बाह उल हक एक छोर पर टिके हुए थे और ऐसा लग रहा था कि वो अपनी टीम को जीत दिला देंगे लेकिन उन्होंने जो स्कूप शॉट खेला वो सीधा श्रीसंत के हाथ में चला गया और भारत ने वो मुकाबला जीतकर इतिहास रच दिया।