Indian Richest Cricketers: कई क्रिकेटर ने क्रिकेट में नाम तो कमाया ही है, इसी के साथ बेशुमार दौलत भी कमाई है। भारतीय खिलाड़ियों की नेटवर्थ के आगे विदेशी खिलाड़ियों की नेटवर्थ बहुत ही कम है। छोटे शहर से निकले खिलाड़ी आज के समय में करोड़ों के मालिक बन गए हैं। जिन्होंने गरीबी में बचपन बिताया था और आज लग्जरी लाइफ जी रहे हैं।
वहीं कुछ भारतीय खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्होंने बचपन से राजकुमार की तरह जीवन जीया है। आसपास नौकर- चाकर की लाइन लगी रहती थी। इसी कड़ी में तीन ऐसे भारतीय खिलाड़ियों के बारें में बताएंगे जो खानदानी रईस हैं। जिन्होंने क्रिकेटर बनने से पहले ही सारी शान-शौकत देख ली थी।
भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर
गौतम गंभीर दिल्ली के बेहद सफल कारोबारी के बेटे हैं। उनके घर में नौकरों की लाइन लगी रहती थी। देश के सबसे पॉश एरिया में उनका घर था। गौतम गंभीर के पिता दीपक गंभीर कई टैक्सटाइल फैक्ट्री के मालिक थे। उन्होंने कभी अपने बेटे पर किसी प्रकार का दबाव नहीं डाला। गौतम गंभीर ने ऐश- ओ- आराम की जिंदगी छोड़कर क्रिकेट के मैदान को चुना। गंभीर ने अपने क्रिकेट के करियर में बहुत सी उपलब्धियां हासिल की। उनके नेतृत्व में भारत ने दो- दो वर्ल्ड कप अपने नाम किए। फिलहाल गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच हैं।
प्रिंस ऑफ कोलकाता सौरव गांगुली
क्रिकेट जगत में भारतीय क्रिकेटर सौरव गांगुली सफल क्रिकेटर्स में से एक हैं। वह एक चैंपियन बल्लेबाज थे। सौरव गांगुली समृद्ध परिवार से आते हैं। सौरव गांगुली के पिता एक सफल व्यवसायी थे, उन्होंने कोलकाता में एक समृद्ध प्रिंट व्यवसाय चलाया। क्रिकेट की दुनिया में कदम रखने से पहले प्रिंस ऑफ कोलकाता बिल्कुल राजकुमारों की तरह बचपन जीते थे। सौरव गांगुली ने अपने करियर में वनडे, टेस्ट, फर्स्ट क्लास औ लिस्ट ए क्रिकेट सहित 1000 से अधिक क्रिकेट मैच खेले हैं।
जामनगर के शाही वंश से हैं पूर्व कप्तान अजय जडेजा
पूर्व भारतीय कप्तान अजय जडेजा की फैमिली बहुत ही रईस है। उन्होंने राजकुमारों की तरह बचपन जिया है, इसके बावजूद अजय जडेजा ने धूल मिट्टी वाले करियर को चुना। अजय का पूरा नाम अजयसिंहजी दौलतसिंहजी जडेजा है। वह जामनगर के शाही वंश से हैं। जामनगर को पहले नवानगर के नाम से जाना जाता था। शायद ही आपको पता हो कि प्रतिष्ठित रणजी ट्रॉफी घरेलू क्रिकेट चैंपियनशिप का नाम उनके पैतृक रिश्तेदार, सर रणजीतसिंहजी विभाजी जडेजा के नाम पर रखा गया है। वह 1907 से 1933 तक नवानगर के राजा थे।