क्रिकेट के इतिहास में अधिकतर कप्तान बल्लेबाज ही हुए हैं। वर्तमान में भी लगभग सभी टीमों के कप्तान बल्लेबाज हैं। सफल कप्तान वही होता है जो टीम की जीत का श्रय पूरी टीम को देता है और वहीं टीम की हार की खुद जिम्मेदारी लेता है। एक कप्तान को अपनी टीम की मजबूती और कमजोरी का पता होता है।
21वीं शदी में यही बात अगर भारतीय कप्तानों के परिपेक्ष में की जाए तो पहले सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़, एम एस धोनी दीर्घकालिक कप्तान रहे हैं और वर्तमान में यह परम्परा विराट कोहली आगे बढ़ा रहे हैं। यह तथ्य कप्तानी में बल्लेबाजों का दबदबा दर्शाने के लिए काफी है।
अब बात करते हैं उन बल्लेबाजों की जिन्होंने घर से बाहर (विदेशों में) बतौर कप्तान वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक औसत से रन बनाए हैं। इस श्रेणी में न्यूनतम 1000 रन बतौर कप्तान बनाने वाले खिलाड़ियों की बात की गई है।
#5 महेन्द्र सिंह धोनी
निश्चित ही एम एस धोनी भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। पहला टी-20 विश्व कप, 28 साल के बाद वन डे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जैसे बड़े ख़िताब धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत की झोली में डाले हैं। ऐसा कारनामा करने वाले धोनी भारत के एकमात्र कप्तान हैं। धोनी की कप्तानी में ही भारतीय टीम टेस्ट रैंकिंग में भी नम्बर 1 बनी थी। उन्होंने वनडे क्रिकेट में अपना पर्दापण 23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ किया था।
धोनी ने बतौर कप्तान घर के बाहर 50.84 की शानदार औसत से 3966 रन बनाये हैं। ये रन धोनी ने वनडे मैचों की 104 पारी में 83.45 के स्ट्राइक रेट से बनाये हैं। इस बीच उन्होंने 2 शतक व 30 अर्धशतक भी अपने नाम किये हैं।
उन्होंने वर्ष 2007 से 2018 तक 200 वनडे मैचों में भारत की कप्तानी की है जिसमे उनकी टीम को 110 मैचों में जीत व 74 मैचों में हार मिली है।