शनिवार को बांग्लादेश और आयरलैंड (Bangladesh vs Ireland) के बीच सिलहट में खेले गए पहले वनडे मैच मे बांग्लादेश ने 183 रन के बड़े अंतर से जीत हासिल की। इस जीत में वनडे डेब्यू करने वाले बांग्लादेशी बल्लेबाज तौहीद हृदय ने रिकार्ड पारी खेली, उन्होंने मात्र 85 गेंद में 92 रन की तेज़तर्रार पारी खेली और बांग्लादेश की तरफ से वनडे डेब्यू मैच में सबसे ज़्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
मैच के बाद बातचीत के दौरान अपनी बल्लेबाजी को लेकर तौहीद हृदय ने कहा कि वो अपना आक्रामक रवैया जो उन्होंने बीपीएल में अपनाया था, उसे यहाँ भी बरकरार रखना चाहते थे। उन्होंने कहा,
“मैं सही इरादे और सोच के साथ बल्लेबाजी करना चाहता था, इसीलिए मैं क्रीज पर अधिक समय बिताने के बारे में नही सोच रहा था, मैं हर एक गेंद को उसके मेरिट पर खेलना चाहता था और शाकिब भाई के साथ बल्लेबाजी करते समय काफी अच्छा महसूस कर रहा था। वो काफी अनुभवी हैं और जब भी मुझे बल्लेबाजी के दौरान कुछ पूछना रहता तो मैं उनके पास पहुँच जाता था।”
अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने मुशफिकुर रहीम के साथ भी एक अच्छी साझेदारी निभायी और ये मुशफिकुर रहीम ही थे जिनसे प्रेरणा लेकर,16 साल पहले तौहीद ने पहली बार हाथ में बल्ला पकड़ा था। हृदय ने कहा,
“ 2007 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम को हराने के बाद रहीम भाई ने स्टम्प निकालकर अपने पास रख लिया और बोगरा में एक प्रोग्राम के दौरान मैंने वो स्टम्प देखा, जिसने मुझे काफ़ी प्रेरित किया। उस दिन ही मैंने बांग्लादेश टीम के लिए खेलने का सपना देख लिया था और आज उन्होंने मेरी तारीफ करते हुए बोला कि वो मुझे लम्बे समय तक अपने देश के लिए खेलते हुए देखना चाहते हैं।”
“मात्र 12 साल की उम्र में पैसे को लेकर मिला था झांसा ”- तौहीद हृदय,,
तौहीद हृदय का जीवन बिल्कुल आसान नही रहा और पहली बार मात्र 12 साल की उम्र में ढाका आए तो क्रिकेट एकेडमी में एडमिशन के नाम पर एक आदमी ने उनके सारे पैसे ठग लिए। अंत में बांग्लादेश के पूर्व कप्तान और वर्तमान में बीसीबी के डायरेक्टर महमूद ने ऐसे समय में उनकी काफ़ी मदद की। युवा खिलाड़ी ने इस घटना का खुलासा करते हुए कहा,
“मैंने एकेडमी पहुँचने के पहले ही जो भी पैसे थे सबकुछ खो दिया था और अब उस घटना के बाद मैं क्रिकेट खेलना बंद कर देना चाहता था, लेकिन महमूद सर और सुजोन सर ने उस समय काफ़ी मदद की। वैसे भी मेरे पिता हमेशा मेरे इस निर्णय के ख़िलाफ थे लेकिन माँ ने हमेशा मेरा साथ दिया, वो पिताजी से छुपाके मेरे मैच देखने आती थी और आज वो बहुत खुश होगी।”
बांग्लादेश और आयरलैंड के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का दूसरा मुक़ाबला सोमवार 20 मार्च को खेला जाएगा।