दिल्ली के मोहित अहलावत टी20 क्रिकेट के किसी भी स्तर में तिहरा शतक लगाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज बने थे। 21 वर्षीय विकेटकीपर बल्लेबाज मोहित अहलावत ने यह उपलब्धि दिल्ली के ललिता पार्क में आयोजित टी20 टूर्नामेंट में हासिल की थी। अब ये मैच जिस मैदान पर खेला गया, उसकी सच्चाई सामने आई है। 60मी x 40मी के इस छोटे से मैदान में बल्लेबाज के पीछे सिर्फ 25 यार्ड की बाउंड्री थी। ये मैदान पूरी तरह से धूल से भरा है और साथ ही बिलकुल मोहल्ले के बीचोंबीच है। मैदान के चारों तरफ मकानें बनी हुई हैं। इसके अलावा अगर साधारण शब्दों में कहा जाये तो ललिता पार्क को अगर 5 से गुना किया जाये, तब जाकर एक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड बनेगा। इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए लोकल क्लब के अहमद अली ने कहा कि छोटा ग्राउंड होने के कारण यहाँ रन बनाना काफी आसान है। यहाँ एक साधारण बल्लेबाज भी आराम से रन बन सकता है। अहलावत के 300 की बदौलत उनकी टीम मावी XI ने 416 रन बनाये थे, जिसके जवाब में फ्रेंड्स XI ने सिर्फ 15 ओवरों में 216 रन बना दिए थे। इस मैदान पर धुआंधार पारियों का सिलसिला लोगों के लिए नया नहीं है। पिछले साल इसी टूर्नामेंट में लारा नाम के एक बल्लेबाज ने दोहरा शतक और मोहित अहलावत की पारी के अगले दिन सुल्तान अंसारी ने सिर्फ 39 गेंदों में 18 छक्के की मदद से 139 रन बनाये थे। इस मैदान के छोटे होने के कारण स्क्वायर लेग बाउंड्री की तरफ गेंद सीमा रेखा पर जाने के बाद बल्लेबाज को सिर्फ 2 ही रन मिलते हैं। पिछले साल भी मुंबई के 15 साल के प्रणव धनावड़े ने भी 1009 रनों की जबरदस्त पारी खेली थी लेकिन उस मैच के बाद भी मैदान के छोटे होने की काफी चर्चा हुई थी। मोहित अहलावत ने 72 गेंदों की अपनी पारी में 14 चौके और 39 छक्के लगाये थे और उसके बाद उन्हें आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के ट्रायल के लिए बुलाया गया। मोहित ने दिल्ली के लिए 3 रणजी मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने सिर्फ 5 रन बनाये। इसके अलावा उनका नाम आईपीएल की नीलामी में भी है।