Banned Sri Lankan Players श्रीलंकाई क्रिकेटर कुसल मेंडिस, दनुष्का गुणाथिलाका और निरोशन डिकवेला पर पिछले महीने इंग्लैंड दौरे के दौरान बायो-बबल ब्रीच के लिए एक साल का प्रतिबंध लगा था। इसके बाद अब एक नई खबर यह आई है कि इन खिलाड़ियों ने श्रीलंका को छोड़कर अमेरिका में अनुबंध के आधार पर खेलने का मन बनाया है जहाँ उन्हें 125000 अमेरिकी डॉलर सालाना मिलेंगे।अब पता चला है कि उन तीन श्रीलंकाई क्रिकेटरों में से दो संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए रवाना होने और अपने करियर को फिर से शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं। द संडे मॉर्निंग स्पोर्ट्स की रिपोर्ट के अनुसार श्रीलंका के तीन क्रिकेटरों में से एक ने पिछले हफ्ते ही अपना देश छोड़ने का मन बना लिया था, जबकि उस तिकड़ी के एक अन्य सदस्य ने अब वही कॉल लिया है। सूत्रों ने बताया है कि अमेरिका में तीन साल तक क्रिकेट खेलने के दौरान खिलाड़ी सालाना 125,000 डॉलर कमाएंगे।एक सूत्र ने कहा कि खिलाड़ी जांच में अनुशासन समिति के सामने झूठे पाए गए और सजा मिलने के बाद अब वे श्रीलंका क्रिकेट को सीईओ को निशाने पर लेना का प्रयास कर रहे हैं। यह भी कहा गया है कि इन दोनों खिलाड़ियों के निर्णय को लेकर श्रीलंका के एक दिग्गज ने समर्थन किया है।यहाँ ध्यान देना चाहिए कि प्रतिबंधित तीन श्रीलंकाई क्रिकेटरों में से दो अपने देश से संयुक्त राज्य अमेरिका में पेशेवर करियर शुरू करने वाले पहले व्यक्ति नहीं होंगे। शेहान जयसूर्या ने हाल ही में श्रीलंका छोड़ दिया और अमेरिका चले गए, जहां उन्होंने एलए ओपन टी20 चैम्पियनशिप 2021 में भाग लिया। यहां तक कि श्रीलंका के पूर्व तेज गेंदबाज दिलहारा फर्नांडो भी उस प्रतियोगिता में खेले थे। इसके अलावा, भारतीय तेज गेंदबाज सिद्धार्थ त्रिवेदी, जिन्हें 2013 में बीसीसीआई से प्रतिबंध मिला था, वे भी इस साल की शुरुआत में संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए।JUST IN: Shehan Jayasuriya has informed Sri Lanka Cricket that he will no longer be available for domestic or international tournaments, as he is moving to the USA with his family.Jayasuriya has represented Sri Lanka in 12 ODIs and 18 T20Is. pic.twitter.com/EeIonzRZ7d— ICC (@ICC) January 8, 2021जिन श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने अमेरिका जाने का निर्णय लिया है, उनके नामों का खुलासा नहीं हुआ है। पिछले महीने इंग्लैंड में बायो बबल उल्लंघन के कारण उन्हें जांच समिति ने दोषी माना था। इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवर सीरीज के दौरान उन्होंने बायो बबल तोड़ने का काम किया था। सजा के तौर पर उन्हें एक साल के लिए बैन किया गया था।