यूएई और नेपाल के बीच खेले गए मुकाबले में यूएई के ऊपर पांच पेनल्टी रन लगाए गए और नेपाल को पांच रन अतिरिक्त मिल गए। दरअसल यूएई के खिलाड़ी ने गेंद को चमकाने के लिए सलाइवा (थूक) का प्रयोग किया और इसी वजह से आईसीसी ने टीम के खिलाफ कार्रवाई की।
क्रिकेट के खेल में सलाइवा का प्रयोग लम्बे से समय से गेंद की चमक बरकरार रखने के लिए किया जाता रहा है। हालांकि कोरोना काल में इस पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी गई थी। इसके बाद एमसीसी ने देखा कि गेंद इसके बिना भी स्विंग कर रही है और इसी वजह से अब सलाइवा का प्रयोग हमेशा के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
यूएई के खिलाड़ी ने गेंद को चमकाने के लिए सलाइवा का किया प्रयोग
बुधवार को यूएई के खिलाड़ी अलीशान शराफू ने नेपाल के खिलाफ दूसरे वनडे मुकाबले के दौरान गेंद को चमकाने के लिए सलाइवा का प्रयोग किया। इसके बाद मैदान पर मौजूद अंपायरों विनय झा और दुर्गा सुबेदी ने नेपाल को पांच रन अतिरिक्त दे दिए और यूएई को नुकसान उठाना पड़ा।
कोरोना काल से ही गेंद पर सलाइवा के इस्तेमाल को प्रतिबंधित कर दिया गया है। अनिल कुंबले की अगुवाई में आईसीसी की तकनीकी समिति ने गेंद को चमकाने के लिए पसीना या फिर किसी और चीज को गेंद पर लगाने के लिए प्रतिबंधित किया था।
आपको बता दें कि जब ये नियम लागू किया गया था तब दिग्गज भारतीय क्रिकेटर इशांत शर्मा ने लार के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए आईसीसी की आलोचना की थी। एक टॉक शॉ में इशांत शर्मा ने कहा था कि अगर हम लाल गेंद को नहीं चमकाएंगे तो यह स्विंग नहीं होगी और बिना स्विंग के बल्लेबाजों के लिए चीजें आसान हो जाएंगी। मुझे लगता है कि स्पर्धा बराबर की होनी चाहिए ना कि बल्लेबाजों के लिए मददगार। इशांत शर्मा ने कहा था कि इससे प्रतिस्पर्धा नहीं रहेगी और बल्लेबाज के लिए आसानी रहेगी।