एंटी करप्शन रिहैब प्रोग्राम में शामिल होने के लिए पाकिस्तानी क्रिकेटर उमर अकमल (Umar Akmal) ने 45 लाख पाकिस्तानी रुपयों का फाइन भरा है। एंटी करप्शन कोड का उल्लंघन करने की वजह से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उमर अकमल के ऊपर 18 महीनों का बैन लगा दिया था। आर्बिट्रेशन कोर्ट द्वारा बैन में छूट मिलने के फाइन से उनको किसी तरह की राहत नहीं मिली।
आखिरी बार 2019 में पाकिस्तान के लिए खेलने वाले इस खिलाड़ी को पीसीबी ने भ्रष्टाचार विरोधी नियमों के उल्लंघन के लिए 18 माह के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट ने प्रतिबंध को घटाकर 12 महीनों का कर दिया था लेकिन उनको जुर्माना भरने का निर्देश दिया था।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी के हवाले से पीटीआई ने कहा कि उमर जुर्माना भरने के बावजूद तुरंत प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में नहीं लौट पाएंगे। चूंकि उमर फरवरी 2020 से निलंबित होने के बाद पहले ही 12 महीने का प्रतिबंध झेल चुके थे इसलिए वह जुर्माना भरने के बाद क्रिकेट में वापसी के योग्य थे।
उमर अकमल को वापसी में लगेगा समय
पीसीबी के सूत्रों ने कहा कि उमर ने 45 लाख रुपये की पूरी राशि बोर्ड के पास जमा करा दी है जिसका मतलब है कि वह अब बोर्ड के भ्रष्टाचार निरोधक संहिता के रिहैबिलेटेशन कार्यक्रम को शुरू करने के योग्य हैं। व्यावहारिक रूप से अकमल को अपने क्रिकेट करियर को फिर से शुरू करने में कुछ समय लगेगा क्योंकि उनके रिहैब कार्यक्रम में भी देरी होगी। पीसीबी इस समय पीएसएल के छठे सीजन के मैचों का आयोजन कराने के लिए अबुधाबी में व्यस्त है।
इससे पहले अकमल ने बोर्ड से अनुरोध किया था कि उनको जुर्माने की राशि किस्तों में देने की अनुमति दी जाए लेकिन पीसीबी ने इस अनुरोध को ख़ारिज कर दिया था। क्रिकेट में वापसी के लिए अकमल ने यह निवेदन पाकिस्तान बोर्ड से किया था। उनके भाई कामरान अकमल ने कहा था कि मेरी पीएसएल फीस से अकमल के जुर्माने की राशि काट ली जाए।