कुछ दिन पहले ही बांग्लादेश (Bangladesh) के खिलाड़ी शाकिब अल हसन (Shakib Al Hasan) एक बड़े विवाद में फंस गए थे, जब उन्होंने मैदान पर कुछ अस्वीकार्य व्यवहार प्रदर्शित किया था। शाकिब को ढाका प्रीमियर लीग के एक मैच के दौरान मैदानी अंपायर के साथ गरमागरम बहस करते हुए पकड़ा गया था और यहां तक कि उन्होंने हताशा में स्टंप्स को उखाड़ फेंका था। हालांकि बाद में पता चला कि कुछ पक्षपाती अंपायरिंग का मामला था जिसने क्रिकेटर को नाराज कर दिया। बीसीबी ने इसके लिए जांच बैठाई है और दोषी पाए जाने पर अम्पायरों पर कार्रवाई करने की बात कही है।
क्रिकेट कमेटी ऑफ़ ढाका मेट्रोपोलिस और बीसीबी ने कप्तानों से उनकी राय जानी और वर्चुअल मीटिंग की। बीसीबी निदेशक और जांच समिति सदस्य शेख सोहैल ने कहा कि मैचों में व्यस्त होने के कारण मीटिंग में तीन कप्तान नहीं आ सके। 9 कप्तान मौजूद रहे। सोहैल ने आगे कहा कि जांच दल के पांच सदस्य भी वर्चुअल बैठक में शामिल हुए। उनके अलावा अन्य चार सदस्य हैं।
उन्होंने कहा कि अंपायरिंग के मुद्दे पर काफी चर्चा हुई है। कप्तानों ने कहा कि अंपायरिंग के स्तर को कैसे सुधारा जा सकता है। हम उनसे इस बारे में भी सुझाव मांगते हैं कि विवाद को कैसे रोका जाए। हमने उनके सभी बयान सुने हैं। हम कल अन्य तीन कप्तानों के साथ बैठेंगे। हमने पिछले सात-आठ वर्षों में क्रिकेट में काफी प्रगति की है। हम हमेशा सर्वश्रेष्ठ चाहते हैं। अगर जांच में अंपायरों की भूमिका पर सवाल उठाया जाता है तो जरूरत पड़ने पर उन्हें दंडित भी किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि ढाका प्रीमियर लीग के मैच में शाकिब अल हसन ने स्टंप्स उखाड़कर फेंक दिए थे। बाद में उनकी पत्नी ने कहा कि अम्पायरों ने पक्षपात किया जिसकी चर्चा कोई नहीं कर रहा है। यहाँ से बीसीबी ने जांच बैठाने का निर्णय लिया।