मध्य क्रम
#3 डेविड बून (ऑस्ट्रेलिया - 1987)
80 के दशक के अंत में ऑस्ट्रेलिआई टीम के उत्थान के पीछे सबसे बड़ा हाथ डेविड बून का था। वह 1987 में विश्व कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के अग्रणी रन स्कोरर थे।
उस विश्व कप में उन्होंने 8 मैचों में, 55.88 की शानदार औसत के साथ 447 रन बनाए थे, उस विश्व कप में उन्होंने पांच अर्धशतक लगाए थे। विश्व कप 1987 के फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे बून के इंग्लैंड के खिलाफ महत्वपूर्ण 75 रनों की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने 7 रनों से जीत दर्ज कर विश्व कप की ट्रॉफी उठाई थी।
#4. रिकी पोंटिंग (ऑस्ट्रेलिया - 1999, 2003, 2007)
अपने करियर में खेले 4 विश्व कप टूर्नामेंटों में कुल 1743 रनों के साथ, रिकी पोंटिंग विश्व कप इतिहास में सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे अग्रणी रन स्कोरर हैं।
1999 में स्टीव वॉ की कप्तानी में विश्व कप जीतने के बाद, पोंटिंग ने 2003 और 2007 में अपने नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया को विश्व विजेता बनाया। 92.85 जीत प्रतिशत के साथ, पोंटिंग क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तान भी रहे हैं।
पोंटिंग ने अपने करियर में खेले 4 विश्व कप टूर्नामेंटों में 45.87 की औसत से रन बनाए हैं जिनमें 5 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। नाबाद 140* रनों की उनकी उनकी सर्वश्रेष्ठ पारी 2003 विश्व कप के फाइनल में उन्होंने भारत के खिलाफ खेली थी। इसी पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने भारत के बीस साल बाद विश्व विजेता बनने का सपना तोड़ दिया था।
#5. सर विवियन रिचर्ड्स (वेस्टइंडीज़ - 1975, 1979)
सर विवियन रिचर्ड्स का विश्व कप रिकॉर्ड असाधारण रहा है। उन्होंने अपने करियर में खेलीं कुल 21 विश्व कप पारियों में 63.31 के अविश्वसनीय औसत से कुल 1013 रन बनाए हैं। तीन विश्व कप में, रिचर्ड्स के नाम 3 शतक और 5 अर्धशतक दर्ज हैं।
1979 में विश्व कप फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ उनकी शतकीय पारी की बदौलत विंडीज़ टीम लगातार दूसरी बार विश्व विजेता बनी थी। अपनी शानदार पारी में रिचर्ड्स ने 138 रन बनाए थे जिसकी बदौलत गत विजेता बोर्ड पर 286 रन पोस्ट कर सके जबकि इंग्लिश टीम सिर्फ 194 रनों पर आल-आउट हो गई थी।
#6. क्लाइव लॉयड (वेस्ट इंडीज - 1975, 1979)
क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल कप्तानों में से एक, क्लाइव लॉयड, एक बेहतरीन बल्लेबाज़ थे। उनके नेतृत्व में खेले कुल 17 विश्व कप मैचों में वेस्टइंडीज़ को सिर्फ दो में ही हार का सामना करना पड़ा था। यह दोनों मैच उन्होंने भारत के खिलाफ 1983 विश्व कप में गंवाए थे।
लॉयड ने विश्व कप की अपनी 11 पारियों में, 43.67 के औसत से 393 रन बनाए। 1975 विश्व कप के फाइनल में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक लगाया था। 85 गेंदों में 102 रनों की पारी की बदौलत विंडीज ने 291 रन बनाए थे और ऑस्ट्रेलिया को 274 रनों पर आल-आउट कर इतिहास रच दिया था।