गेंदबाज़
#9 मिचेल स्टार्क (ऑस्ट्रेलिया - 2015)
मिचेल स्टार्क भले ही सिर्फ एक ही विश्व कप खेले हों लेकिन जिस तरह का प्रभावशाली प्रदर्शन उन्होंने इस टूर्नामेंट में किया है उसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
विश्व कप 2015 के दौरान, स्टार्क ने केवल 10.18 के उल्लेखनीय औसत से कुल 22 विकेट लिए और 'मैन ऑफ द टूर्नामेंट' पुरस्कार के हकदार बने। टूर्नामेंट के फाइनल में उन्होंने महज़ 2.5 की इकोनॉमी रेट के साथ महत्वपूर्ण 2 विकेट हासिल किये थे जिसकी वजह से कीवी टीम सिर्फ 183 रनों पर ढेर हो गई और ऑस्ट्रेलिया ने बड़ी आसानी से मैच जीतकर पांचवीं बार विश्व विजेता बनने का गौरव हासिल किया।
#10 ग्लेन मैक्ग्रा (ऑस्ट्रेलिया - 1999, 2003, 2007)
ग्लेन मैक्ग्रा ने ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीन विश्व कप टूर्नामेंट जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह 1999, 2003 और 2007 विश्व कप में क्रमशः 18, 21 और 26 विकेट चटकाकर अपनी टीम की जीत के नायक रहे थे।
मैक्ग्रा ने 39 विश्व कप मैचों में कुल 71 विकेट लिए हैं और इसके साथ ही वह टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
#11. मुथैया मुरलीधरन (श्रीलंका - 1996)
1996 विश्व कप में श्रीलंका के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले मुथैया मुरलीधरन टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे सफल स्पिनर भी रहे हैं। मिस्ट्री स्पिनर ने अपने करियर में खेले 40 विश्व कप मैचों में 19.63 की औसत से 68 विकेट चटकाए हैं।
श्रीलंका को 1996 विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाने के अलावा, उन्होंने अपनी टीम को 2007 और 2011 विश्व कप के फाइनल तक पहुँचने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।