Vaibhav Suryavanshi Untold Story Ranji Debut: राजस्थान रॉयल्स के सबसे उम्र के खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी का नाम इस वक्त सुर्खियों मे हैं। उन्होंने छोटी सी उम्र में बड़ा कारनामा करके दिखाया है। वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल 2025 के 47वें मैच में एक रिकॉर्डतोड़ शतक लगाया। इसी के साथ वह क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए।
बॉलीवुड सेलिब्रिटी से लेकर क्रिकेट जगत में हर कोई वैभव के बारे में बात कर रहा है। वहीं इस बीच उनकी लाइफ से जुड़े तमाम अनसुने किस्से सुनाई पड़ रहे हैं। इसी कड़ी में हम आपको वैभव सूर्यवंशी और उनके रणजी कप्तान की कहानी के बारे में बताएंगे।
रणजी कप्तान ने वैभव की इमोशनल स्टोरी
वैभव सूर्यवंशी और उनके कप्तान का यह किस्सा उस वक्त का है, जब वैभव ने रणजी ट्रॉफी 2024 में मुंबई के खिलाफ अपना पहला रणजी मैच खेला था। ये मैच 5 जनवरी से 8 जनवरी के बीच खेला गया था। बता दें कि उस वक्त वैभव की उम्र 12 साल 284 दिन थी। वैभव सूर्यवंशी के शतक के चर्चा के बीच उनकी घरेलू टीम बिहार के कप्तान आशुतोष अमन ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि रणजी डेब्यू से एक रात पहले वैभव सूर्यवंशी काफी नर्वस थे। वह अपनी प्रैक्टिस में बिजी थे, तभी मैंने उससे पूछा कि छोटू, खाना खाया। परेशान होते हुए वैभव ने जवाब देते हुए कहा कि मन नहीं कर रहा भैया। इसके बाद आशुतोष उन्हें खाने के लिए बाहर ले गए। वैभव ने उदास होते हुए कहा कि मटन और चावल मंगा लीजिए, धीरे-धीरे मैंने उसका कॉन्फिडेंस बढ़ाया।
जूते के फीते बांधने नहीं आते थे - आशुतोष अमन
आशुतोष अमन ने वैभव सूर्यवंशी के डेब्यू मैच के बारे में बात करते हुए बताया कि उन्हें जूते के फीते बांधने भी नहीं आते थे। वैभव ने मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया और मैच के दूसरे दिन उनकी बल्लेबाजी आई। उस वक्त जब वैभव ओपनिंग करने के लिए पैडिंग कर रहे थे, तो उन्हें अपने जूते बांधने में परेशानी हो रही थी। मैंने इस बात को गौर किया, जिसके बाद उसकी मदद की।