विराट कोहली (Virat Kohli) ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट मैच में जबरदस्त शतक लगाया। यही वजह रही कि टीम इंडिया इस मुकाबले को ड्रॉ कराने में कामयाब रही। हालांकि इससे पहले तक विराट कोहली के बल्ले से टेस्ट मैचों में बड़ी पारी नहीं आ रही थी। कोहली के मुताबिक जब तक उन्होंने शतक लगा नहीं दिया तब तक वो अपने आप से खुश नहीं थे।
विराट कोहली ने लगभग साढ़े तीन सालों बाद टेस्ट फॉर्मेट में शतक के सूखे को खत्म किया। उन्होंने अहमदाबाद टेस्ट के चौथे दिन 186 रनों की पारी खेली। कोहली का यह टेस्ट क्रिकेट में 28वां और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 75वां शतक है।
बड़ी पारी खेलने के बाद ही मुझे सुकून मिला - विराट कोहली
हालांकि इससे पहले तीन टेस्ट मैचों में लगातार विराट कोहली शतक नहीं लगा पाए थे। उन्हें शुरूआत तो मिल रही थी लेकिन इसे वो बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पा रहे थे। कोहली के मुताबिक वो अपने आप से बिल्कुल भी खुश नहीं थे क्योंकि वो अपनी पूरी क्षमता के हिसाब से योगदान नहीं दे पा रहे थे।
एबी डीविलियर्स के साथ उनके यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कोहली ने कहा,
मैं अच्छा स्कोर बना रहा था लेकिन अगर आप मुझसे पूछें कि क्या मैं खुश था तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं था। मैं अपनी टीम के लिए पूरी क्षमता के हिसाब से परफॉर्म करने में गर्व महसूस करता हूं। मैं निश्चित तौर पर ऐसा नहीं कर पा रहा था। मैं बड़ा स्कोर बनाना चाहता था। मैं रन तो बना रहा था लेकिन उस तरह का इम्पैक्ट नहीं डाल पा रहा था। इसलिए जब मैंने शतक लगाया और उसे बड़ी पारी में तब्दील किया तो फिर उससे मुझे काफी सुकून मिला और वो एक्साइटमेंट दोबारा वापस आया।
आपको बता दें कि विराट कोहली के फॉर्म के ऊपर सबकी निगाहें थीं और टेस्ट मैचों में शतक लगाकर उन्होंने वापसी का इशारा कर दिया।