हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने हाल ही में कहा था कि टी20 वर्ल्ड कप में उनको बल्लेबाज एक तौर पर चुना गया था और पीठ में परेशानी के चलते उनको गेंदबाजी नहीं करानी थी। पांड्या ने बताया कि जब उन्होंने खुद को गेंदबाजी करने के लिए प्रेरित किया, तो उसे वांछित परिणाम नहीं मिल सके। पांड्या ने ये टिप्पणी खेल पत्रकार बोरिया मजूमदार से बात करते हुए की। अब विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का बयान इस मामले पर आया है।
यूट्यूब चैनल खेलनीति पर कोहली के कोच ने पांड्या के बयान पर कहा "चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन ने टी20 विश्व कप 2021 में हार्दिक पांड्या का पक्ष लिया। अब बाहर आकर उन्होंने जो कहा वह परिपक्व बयान नहीं है। आपको शुक्रगुजार होना चाहिए कि फिटनेस चिंताओं के बावजूद टी20 विश्व कप के लिए टीम प्रबंधन द्वारा आपको चुना।"
इस वीडियो में पूर्व भारतीय खिलाड़ी निखिल चोपड़ा ने भी कहा " चयनकर्ताओं को अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट करना चाहिए था कि उन्होंने हार्दिक पांड्या को सिर्फ एक बल्लेबाज के रूप में चुना है और केवल तभी गेंदबाजी करेंगे जब उनका शरीर अनुमति देगा। पांड्या की ओर से अब इस तरह के बयान देने का कोई मतलब नहीं है। कप्तान ने गेंदबाजी करने से पहले उनसे जरूर पूछा होगा।
गौरतलब है कि पांड्या आईपीएल में इस बार मुंबई इंडियंस के लिए नहीं खेलेंगे। उनको अहमदाबाद की टीम का कप्तान बनाया गया है। वर्ल्ड कप और गेंदबाजी को लेकर इतने समय बाद उनका बयान आया है। इस बार आईपीएल में खुद की गेंदबाजी को लेकर पांड्या ने कहा कि वह सभी को हैरान कर देंगे। खुलकर उन्होंने कुछ नहीं कहा। पीठ की सर्जरी के बाद से पांड्या गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में उनको भारतीय टीम में चुने जाने पर भी सवाल खड़े हुए थे।