दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाने से पहले हुई प्रेस वार्ता में विराट कोहली (Virat Kohli) के बयानों ने नए विवाद को जन्म दिया। इससे बीसीसीआई और कोहली के बीच दरार होने के संकेत भी मिले। सौरव गांगुली और विराट कोहली के बयानों में विरोधाभास भी नजर आया। ऐसे में कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि शब्दों का चयन ठीक होना चाहिए।
खेलनीति पोडकास्ट पर राजकुमार शर्मा ने कहा कि मैं इस विषय पर ज्यादा कुछ नहीं बोलना चाहता क्योंकि यह सीधे तौर पर विराट से जुड़ा है। लेकिन मुझे लगता है कि दोनों तरफ से इस तरह के कड़े शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाता तो और अच्छा होता। टीम अच्छा कर रही है, मुझे नहीं लगता कि हमें अनावश्यक विवाद की जरूरत है।
राजकुमार शर्मा का पूरा बयान
राजकुमार शर्मा ने आगे कहा कि विराट को किसी चीज का लालच नहीं है, उनमें बहुत आत्मविश्वास है और वह जानते हैं कि वह अपना 100 प्रतिशत देंगे। जब इस तरह का टकराव या विवाद होता है तो जाहिर तौर पर किसी भी खिलाड़ी के लिए यह थोड़ा परेशान करने वाला होता है। लेकिन मुझे उम्मीद है कि बोर्ड इस स्थिति से कुशलता से निपटेगा और इसे आगे नहीं खींचा जाएगा।
गौरतलब है कि रोहित शर्मा को एकदिवसीय कप्तान बनाने के बाद ही मामला सामने आया है। रोहित शर्मा को कप्तान बनाने के बाद सौरव गांगुली ने बयान देते हुए कहा था कि बोर्ड ने कोहली को टी20 कप्तान बने रहने के लिए कहा था। वह नहीं माने इसलिए सफेद गेंद प्रारूप में दो कप्तान होना चयन समिति को उचित नहीं लगा। इसके बाद विराट कोहली ने अपने बयान में कहा कि मुझे कप्तानी छोड़ते समय कुछ नहीं कहा गया। यहाँ से मामले ने तूल पकड़ा और अब भी यह चल रहा है। हालांकि बीसीसीआई की तरफ से अब तक कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।