विराट कोहली (Virat Kohli) और नेशनल सेलेक्टर्स के बीच पिछले कुछ महीनों में तालमेल की साफ़ कमी दिखी और कई लोग इसको कोहली के टेस्ट कप्तानी छोड़ने से जोड़ रहे हैं। कुछ ऐसा ही पूर्व भारतीय खिलाड़ी सबा करीम का भी मानना है। करीम का मानना है कि नेशनल सेलेक्टर्स द्वारा विराट कोहली की सफेद गेंद की कप्तानी को जिस तरह से हैंडल किया गया, शायद उसी वजह से उन्होंने अपना टेस्ट की कप्तानी छोड़ी। उनके मुताबिक अगर विराट और सेलेक्टर्स के बीच बेहतर कम्युनिकेशन होता तो हालत खराब नहीं होते।
खेलनीति यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए, करीम ने कहा कि विराट ने शायद पहले से ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बाद कप्तानी छोड़ने का मन बना लिया था। इसके पीछे उन्होंने वनडे कप्तानी से हटाए जाने को जिम्मेदार माना।
पूर्व खिलाड़ी ने यह भी कहा कि विराट को और सम्मान दिया जाना चाहिए, क्योंकि उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने माना कि यह कोहली के अचानक कप्तानी छोड़े जाने का कारण हो सकता है।
सबा करीम ने कहा,
विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद कप्तानी छोड़ने का मन बना लिया था। मुझे लगता है कि इस मुद्दे को गलत तरीके से संभाला गया है। अगर चयनकर्ताओं ने अपने फैसले को बेहतर तरीके से बताया होता तो चीजें आसान होतीं। हमारे पास टेस्ट के लिए कोई तैयार कप्तान नहीं हैं और कोहली को बने रहना चाहिए था। लेकिन उन्होंने छोड़ने का फैसला किया क्योंकि उन्हें लगा कि उन्हें वह सम्मान नहीं दिया गया जिसके वे हकदार हैं।
विराट कोहली ने पिछले हफ्ते शनिवार को कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया और पूरे क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया।
विराट कोहली का कप्तानी छोड़ना राहुल द्रविड़ के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है - सबा करीम
सबा करीम ने कहा कि विराट के कप्तानी छोड़ने के बाद, राहुल द्रविड़ के पास नए कप्तान के साथ मिलकर टीम बनाने का मौका है। साथ ही करीम का यह भी मानना है कि नए कप्तान के आने के बाद कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
इस सम्बन्ध में करीम ने कहा,
विराट कोहली का कप्तानी छोड़ना राहुल द्रविड़ के लिए वरदान साबित हो सकता है। वह नए कप्तान के साथ एक टीम बनाने में सक्षम होंगे। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि कई बदलाव देखने को मिलें।
सबा करीम के साथ इसी शो पर मौजूद निखिल चोपड़ा ने उम्मीद जताई कि परदे के पीछे जो भी हो रहा था, उस पर अब ब्रेक लगेगा और विराट कोहली बिना चिंता के अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।