भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली इस वक्त दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज हैं। क्रिकेट के तीनों ही प्रारूपों में उनका बल्ला जमकर बोलता है। वो अभी तक अपने करियर में कई रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं। हालांकि उनकी इस जबरदस्त बल्लेबाजी के पीछे कई लोगों का हाथ है। ऐसे ही 3 कोच हैं, जिन्होंने उनका करियर आगे बढ़ाने में काफी मदद की। विराट कोहली ने इस बात का खुलासा एबी डीविलियर्स के साथ इंस्टाग्राम लाइव सेशन के दौरान किया।
विराट कोहली ने कहा कि कुछ लोगों का मेरे करियर में बहुत बड़ा योगदान है। इनमें से एक कोच हैं गैरी कस्टर्न, जिनकी कोचिंग में भारत ने 2011 का वर्ल्ड कप खिताब जीता था। कोहली ने कहा कि जब भारतीय टीम में उन्हें जगह मिली तो गैरी कर्स्टन पहले कोच थे, जिनसे उनकी बातचीत हुई थी और उन्होंने मुझे काफी पॉजिटिव सलाह दी। कोहली ने बताया कि मुझे फ्रंट फुट की काफी दिक्कत थी और इस बारे में मैं गैरी से काफी बात किया करता था। तब उन्होंने मुझसे कहा था कि तुम्हारा सिर एकदम सीधा है और गेंद पैड पर नहीं लग रही है तो फिर फ्रंट फुट के बारे में चिंता करने की जरुरत ही नहीं है। उस पॉजिटिव फीडबैक से मुझे काफी फायदा मिला।
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उसके बाद कोहली ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज मार्क बाउचर ने भी उनकी काफी मदद की। कोहली ने कहा कि गैरी कर्स्टन से पहले आईपीएल में मार्क बाउचर ने मेरी काफी मदद की थी। उन्होंने मुझसे कहा था कि अगर 4 साल बाद मैं वापस इंडिया कमेंट्री के लिए आता हूं और तुम्हें भारत के लिए खेलता नहीं देखता हूं तो फिर मुझे काफी निराशा होगी। कोहली ने बताया कि बाउचर मुझे नेट्स में ले जाया करते थे और टेनिस बॉल से शॉर्ट पिच गेंदों की प्रैक्टिस करवाया करते थे। उन्होंने मुझसे कहा था कि अगर तुम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलना चाहते हो तो फिर तुम्हे शॉर्ट बॉल खेलना होगा, नहीं तो क्रिकेट भूल जाओ।
इसके बाद विराट कोहली ने भारतीय टीम के पूर्व कोच डंकन फ्लेचर का नाम लिया और कहा कि उन्होंने मुझे काफी कुछ सिखाया।