भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) ने अहमदाबाद टेस्ट मैच में बड़ी पारी खेलने के बाद एक अहम खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि जब वो 40-45 रन बना रहे थे और उसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पा रहे थे तो उस वक्त वो अपने आप से काफी नाराज थे। कोहली के मुताबिक वो अपनी अच्छी शुरूआत को बड़ी पारी में तब्दील करना चाहते थे लेकिन ऐसा हो नहीं पा रहा था।
विराट कोहली ने लगभग साढ़े तीन सालों बाद टेस्ट फॉर्मेट में शतक के सूखे को खत्म कर दिया। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट मैच के चौथे दिन 186 रनों की पारी खेली। कोहली का यह टेस्ट क्रिकेट में 28वां और इंटरनेशनल क्रिकेट में 75वां शतक है। दाएं हाथ के दिग्गज बल्लेबाज ने 241 गेंदों में शतक पूरा किया। दुनियाभर में मौजूद कोहली के फैंस के लिए यह दिन बेहद खास रहा। क्रिकेट जगत में हर तरफ कोहली की इस शानदार पारी की चर्चा हो रही है।
मैं हमेशा बड़ी पारी खेलना चाहता हूं - विराट कोहली
मैच के बाद कोच राहुल द्रविड़ से बातचीत में कोहली ने बताया कि जब उनके बल्ले से बड़ी पारी नहीं आ पा रही थी तो वो कैसा महसूस कर रहे थे। बीसीसीआई टीवी पर इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा,
ईमानदारी से कहूं तो एक बल्लेबाज के तौर पर आप उस तीन अंकों के आंकड़े तक बेसब्री से पहुंचना चाहते हैं और ये बेताबी बढ़ती ही जाती है। हम सब किसी ना किसी स्टेज पर आकर ये अनुभव करते हैं। मैं एक लेवल तक अपने साथ ये होने देता हूं। मैं ऐसा इंसान नहीं हूं जो अपने 40-45 रनों से खुश हो जाता है। मैंने हमेशा टीम के लिए परफॉर्म करने में गर्व महसूस किया है। जब मैं 40 रन बनाकर खेल रहा हूं तो फिर मुझे पता है कि मैं यहां से 150 रन तक पहुंच सकता हूं और इससे मेरी टीम को काफी फायदा होगा।