टीम इंडिया के बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) ने खिलाड़ियों से शारीरिक स्वास्थ्य के अलावा मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देने का आग्रह किया है। अपने स्वयं के अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि अपने परिवार के सदस्यों से घिरे होने के बावजूद कई बार मैंने अकेलापन महसूस किया।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में विराट कोहली ने कहा कि एक एथलीट के लिए खेल एक खिलाड़ी के रूप में आप में से श्रेष्ठता ला सकता है लेकिन आप जिस दबाव में लगातार रहते हैं, वह आपके मानसिक स्वास्थ्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। यह निश्चित रूप से एक गंभीर मुद्दा है और जितना हम हर समय मजबूत रहने की कोशिश करते हैं, यह आपको अलग कर सकता है।
आने वाले खिलाड़ियों को सलाह देते हुए कोहली ने कहा कि उनके लिए मेरा सुझाव यह होगा कि हां, शारीरिक फिटनेस और रिकवरी पर ध्यान देना एक अच्छा एथलीट बनने की कुंजी है। साथ ही यह महत्वपूर्ण है कि आप लगातार खुद के ही सम्पर्क में बने रहें।
मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुद के अनुभव के बारे में बताते हुए कोहली ने कहा कि मैंने व्यक्तिगत रूप से ऐसे समय का अनुभव किया है जब मैं समर्थन और प्यार करने वाले लोगों से भरे कमरे में था, मैं अकेला महसूस करता था और मुझे यकीन है कि यह एक ऐसी भावना है जिससे बहुत से लोग संबंधित हो सकते हैं। इसलिए अपने लिए समय निकालें। यदि आप उस संबंध को खो देते हैं, तो अन्य चीजों को आपके आस-पास उखड़ने में ज्यादा समय नहीं लगेगा।
गौरतलब है कि इंग्लैंड में खेलने के बाद कोहली ने एक महीने का ब्रेक लिया था। वह अपने परिवार के साथ रहे और अब टीम में वापस आए हैं। एशिया कप में कोहली खेलते हुए दिखाई देंगे।