पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल में मिली जीत को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। विराट कोहली ने 2011 वर्ल्ड कप के हर एक मुकाबले में हिस्सा लिया था और बांग्लादेश के खिलाफ अपने पहले मैच में शतक भी लगाया था। विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मुकाबले में अपनी 35 रनों की छोटी सी पारी और सचिन तेंदुलकर के भारतीय क्रिकेट में योगदान को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी।
आरसीबी की वेबसाइट पर उन्होंने कहा "सचिन तेंदुलकर की उपलब्धियां काफी बड़ी हैं। सबने भारतीय क्रिकेट में अपना योगदान देने की कोशिश की है लेकिन जितना सचिन तेंदुलकर ने योगदान दिया है उतना कोई नहीं कर पाया है। उनके ऊपर उम्मीदों का बोझ काफी ज्यादा था।"
फाइनल में वो मेरे 35 रन सबसे बहुमूल्य हैं - विराट कोहली
विराट कोहली ने आगे कहा "वर्ल्ड कप फाइनल में वो 35 रन शायद मेरे क्रिकेटिंग करियर के सबसे बहुमूल्य 35 रन हैं। मैं टीम को मैच में वापस लाकर काफी खुश था और अपनी तरफ से पूरा योगदान देने की कोशिश की थी। मैदान का माहौल काफी जबरदस्त था।"
2 अप्रैल 2011 का दिन भारतीय क्रिकेट के लिए काफी यादगार है। आज ही के दिन 2011 में भारतीय टीम ने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार वर्ल्ड कप का टाइटल अपने नाम किया था। श्रीलंका ने 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन बनाए थे। महेला जयवर्द्धने ने 103 रनों की शानदार पारी खेली थी। हालांकि भारत ने गौतम गंभीर के 97 और एम एस धोनी के नाबाद 91 रनों की बदौलत ये लक्ष्य हासिल कर लिया था और भारतीय टीम वर्ल्ड कप चैंपियन बन गई थी। 2011 का विश्व कप भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे पन्नों पर लिखा गया है।