विराट कोहली (Virat Kohli) की अगुवाई में जब भारतीय टीम (Indian Cricket Team) ने साल 2008 के फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 12 रनों से हराकर अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था, तब दाएं हाथ के गेंदबाज अजित अजितेश अर्गल (Ajitesh Argal) ने उस मुकाबले में मैन ऑफ द मैच का खिताब जीता था। इस मुकाबले में 34 वर्षीय गेंदबाज अजितेश ने पांच ओवरों में महज 7 रन देकर दो विकेट हासिल किये थे और फाइनल मैच में भारत को जीत दिलाने में अहम योगदान निभाया था। रविंद्र जडेजा समेत आईपीएल के कई स्टार खिलाड़ी इस युवा टीम का हिस्सा रहे थे।
टूर्नामेंट के बाद अजितेश आईपीएल के पहले सीजन में किंग्स XI पंजाब (अब पंजाब किंग्स) का हिस्सा थे। हालाँकि, इसके बाद उनका करियर कुछ खास आगे नहीं बढ़ पाया और उन्होंने स्पोर्ट्स कोटे से मिली इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में नौकरी करना शुरू कर दिया। अजितेश ने 3-4 साल पहले क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। अजितेश अब क्रिकेट अंपायर के तौर पर फिर से मैदान में वापसी करने को तैयार हैं।
बता दें कि अजितेश ने अपने एक साथी खिलाड़ी तन्मय श्रीवास्तव के मिलकर पिछले महीने अहमदाबाद में अंपायरिंग का एक एग्जाम दिया था। 26 जुलाई को इसका नतीजा आया और दोनों ने एग्जाम पास कर लिया है। दोनों खिलाड़ियों को अब बहुत जल्द घरेलू स्तर पर अंपायरिंग करने का मौका मिलेगा। टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार अजितेश और तन्मय 17-19 अगस्त को अहमदाबाद में होनी वाली बीसीसीआई के ओरिएंटेशन प्रोग्राम और सेमिनार में भाग लेने और फिर बोर्ड द्वारा आयोजित मैचों में अंपायरिंग करेंगे।
अजितेश ने अपने घरेलू करियर में 10 फर्स्ट मैच, 6 टी20 और 3 लिस्ट ए मुकाबले खेले हैं जिसमें उन्होंने कुल 29 विकेट हासिल किये हैं। उन्होंने अपना आखिरी मैच रणजी ट्रॉफी 2015 में बड़ौदा की ओर से मध्य-प्रदेश के खिलाफ खेला था।