भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने अपनी सफलता का मूल मंत्र बताया है। टेस्ट मैच में अपने पहले शतक को लेकर हार्दिक पांड्या ने बताया कि किस तरह उन्होंने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की। हाल ही में हार्दिक पांड्या ने श्रीलंका खिलाफ मैच से अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में पर्दापण किया था। पांड्या ने टेस्ट क्रिकेट में अपने पर्दापण के बारे में कहा कि ' टी20 क्रिकेट के बाद मैंने भारतीय टीम के लिए एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला। सीमित ओवरों के खेल में मेरी शुरुआत काफी बढ़िया रही। उसके बाद टेस्ट में भी मैंने काफी शानदार शुरुआत की। मेरा हमेशा से ही भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने का सपना रहा है। पहले टेस्ट मैच में अपने शानदार शतक का श्रेय हार्दिक पांड्या ने अपने पिता को दिया और कहा कि ' पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद मेरी अपने पिता से बात हुई थी। तब मैं एक रन पर खेल रहा था। मेरे पिता ने मुझसे कहा कि कल के खेल में तुम्हे एक के आगे दो जीरो लगाने हैं और अगले ही दिन मैंने शतक जड़ दिया। हार्दिक ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली की भी जमकर तारीफ की और कहा कि उन्हे उनसे उन्हे काफी प्रेरणा मिली। हार्दिक ने कहा कि ' मैंने देखा है कि विराट कोहली काफी अनुशासित रहते हैं और उनके अंदर गजब का आत्मविश्वास होता है। मेरे अंदर भी काफी आत्मविश्वास है लेकिन मैं उनसे अनुशासन सीखना चाहता हूं। मैं लगातार पूछता रहता हूं और सीखने की कोशिश करता हूं। पांड्या ने अपने पहले टेस्ट शतक में काफी नियंत्रण दिखाया था। इससे काफी लोग हैरान रह गए थे। जब इस बारे में पांड्या से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बहुत से लोग सोचते हैं कि मेरा खेल के ऊपर नियंत्रण नहीं रहता है, लेकिन ऐसा नहीं है। मैं जरुरत के हिसाब से अपने खेल में बदलाव कर सकता हूं। पांड्या ने आगे कहा कि वो आलोचना के लिए तैयार हैं लेकिन आखिर में वो अपने ही अंदाज में अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं। अपने टैटू और हेयर स्टाइल के बारे में पांड्या ने कहा कि ये उनके व्यक्तित्व का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि ये सब चीजें उन पर छोड़ दी जानी चाहिए। आपको बता दें हार्दिक पांड्या ने श्रीलंका के खिलाफ अपने पहले ही टेस्ट मैच में 108 रनों की शानदार पारी खेली थी। इसके अलावा वो अपने लुक को लेकर भी आजकल खूब चर्चा में हैं।