सचिन तेंदुलकर ने 2003 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ क्यों ली थी खुद स्ट्राइक, सहवाग ने किया बड़ा खुलासा

वीरेंदर सहवाग और सचिन तेंदुलकर बल्लेबाजी के दौरान
वीरेंदर सहवाग और सचिन तेंदुलकर बल्लेबाजी के दौरान

सचिन तेंदुलकर और वीरेंदर सहवाग की जोड़ी भारतीय क्रिकेट की सबसे सफल सलामी जोड़ी में से एक है। इस जोड़ी ने 2003 के वर्ल्ड कप में लगातार ओपन किया था और कई जबरदस्त साझेदारियां की थीं। पाकिस्तान के खिलाफ मैच में भी इस ओपनिंग जोड़ी ने कमाल किया था। वहीं इस मैच को लेकर वीरेंदर सहवाग ने एक बड़ा और चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि उस मैच में सचिन तेंदुलकर ने क्यों स्ट्राइक ली थी।

पाकिस्तान के खिलाफ मैच में सचिन और सहवाग की जोड़ी ने विस्फोटक शुरूआत की थी। सचिन तेंदुलकर ने 75 गेंद पर 98 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई थी। वहीं सहवाग ने 14 गेंद पर 21 रनों की पारी खेली थी।

मैंने सचिन तेंदुलकर से स्ट्राइक लेने के लिए आग्रह किया था - सहवाग

सचिन तेंदुलकर कभी भी पहली गेंद का सामना नहीं करते थे लेकिन इस मैच में उन्होंने ऐसा किया था। सहवाग ने इसके पीछे बड़ी वजह बताई है। उन्होंने कहा,

मैं बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के खिलाफ दिक्कतों में आ जाता था। चामिंडा वास के खिलाफ कई बार मैं पहली गेंद पर आउट हो चुका था। नाथन ब्रैकन ने भी मुझे परेशान किया था। पाकिस्तान के खिलाफ जब हम फील्डिंग कर रहे थे तो आखिरी ओवर के दौरान मैंने सचिन तेंदुलकर से स्ट्राइक लेने के लिए कहा। मैंने कहा कि अगर वसीम अकरम पहला ओवर डालेंगे तो मैं आउट भी हो सकता था। तेंदुलकर ने साफ मना कर दिया और कहा कि मैं बहुत अंधविश्वासी हूं और मेरे पंडित जी ने कहा है कि दूसरे नंबर पर ही बैटिंग करना। मैंने कहा कि आप दुनिया के नंबर वन बल्लेबाज हैं और पंडित जी की बात मानते हैं। उन्होंने कहा कि नहीं मैं स्ट्राइक नहीं लूंगा। हालांकि इसके बाद ड्रेसिंग रूम में हमने उनको एक बार फिर रिक्वेस्ट किया। मैं उनको खुश करने की कोशिश कर रहा था ताकि वसीम अकरम से बच सकूं।

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