#2. 2001 में कोलकाता टेस्ट की पहली पारी में 59 रन
ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन 8 विकेट पर 291 रन बनाए। उम्मीद थी कि दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई पारी जल्द ही सिमट जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं कप्तान स्टीव वॉ ने जेसन गेलेस्पी के साथ मिलकर पारी को संभाल लिया और भारतीय टीम का इंतजार काफी लंबा कर दिया। इन दोनों प्लेयरों की शानदार साझेदारी की बदौलत कंगारु टीम 291 रन से 445 रन बनाने में सफल रही।
दूसरे दिन भारतीय टीम जब बल्लेबाजी के लिए उतरी तो चाय तक 31 रन पर 1 विकेट गंवा दिया। भारत के सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और राहुल द्रविड़ का विकेट सस्ते में गिर गया। जल्द ही भारतीय टीम का स्कोर 88 रनों पर 4 विकेट हो गया। इस मुश्किल परिस्थिति में वेरी-वेरी स्पेशल वीवीएस लक्ष्मण बल्लेबाजी के लिए क्रीज पर आए।
दूसरे छोर पर विकेट लगातार गिरते रहे और जल्द ही महज 97 रनों पर भारतीय टीम ने अपने 7 विकेट गंवा दिए। ऐसा लगा कि जल्द ही भारतीय पारी समाप्त हो जाएगी लेकिन दूसरे छोर पर उम्मीद की किरण के रुप में वीवीएस लक्ष्मण अभी भी क्रीज पर डटे हुए थे। उस मैच में लक्ष्मण ने शायद अपने क्रिकेट की बेहतरीन पारी खेली और मुश्किल परिस्थिति में जब लगातार विकेट गिर रहे थे तब 59 रन बनाए। अपनी इस पारी में उन्होंने 12 चौके लगाए।