अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीसरे टेस्ट मैच की मेजबानी करने वाले वांडरर्स स्टेडियम की पिच को खराब बताया है। मैच रेफरी एंडी पाइक्राफ्ट ने इसे खराब पिच करार दिया। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक पिच को इसलिए खराब करार दिया गया क्योंकि पिच में अनियमित बाउंस था और गेंद कभी भी जरुरत से ज्यादा बाउंस हो रही थी और बल्लेबाजों को लग रही थी। आईसीसी द्वारा पिच को खराब बताए जाने के बाद अब वांडरर्स की स्टेडियम के ऊपर 3 डिमेरिट प्वाइंट जोड़े जाएंगे जो कि 5 साल तक बरकरार रहेंगे। वहीं ये पिच अब रेड जोन में भी आ गई है, हालांकि अभी इस स्टेडियम में अंतर्राष्ट्रीय मैचों के आयोजन को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। अगर अगले 5 साल के अंदर इस पिच को 2 और डिमेरिट प्वाइंट मिलते हैं तो यहां पर एक साल के लिए अंतर्राष्ट्रीय मैचों के आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। क्रिकेट साउथ अफ्रीका के पास इस फैसले के खिलाफ अपील करने का अधिकार है और अगर वो चाहे तो दो हफ्ते के अंदर इस रेटिंग के खिलाफ अपील कर सकता है। इसे भी पढ़ें: SAvIND: अब हमारे पास विश्वास के साथ-साथ नतीजा है - विराट कोहली गौरतलब है 24 जनवरी से भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच जोहान्सबर्ग के वांडरर्स मैदान पर तीसरा टेस्ट मैच खेला गया था। इस मैच में भारतीय टीम अपनी पहली पारी में सिर्फ 187 रन बना पाई थी और दक्षिण अफ्रीका की टीम पहली पारी में 194 रन ही बना पाई थी। दूसरी पारी में भारत ने 247 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका को 241 रनों का लक्ष्य दिया था था जिसके जवाब में अफ्रीकी टीम 177 रन बनाकर आउट हो गई थी और भारत ने ये मैच अपने नाम किया। इस पिच पर गेंद आसामन्य तरीके से उछाल ले रही थी और बल्लेबाजों को इससे काफी दिक्कत हुई थी। दोनों ही टीमों के कई बल्लेबाज इससे चोटिल हुए, गेंद बार-बार उनके शरीर पर लग रही थी। सौरव गांगुली और शॉन पोलक समेत कई दिग्गजों ने इसे खराब पिच बताया था। वहीं दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज डीन एल्गर ने बयान दिया था कि पिच को देखते हुए इस मैच को बीच में ही रद्द कर दिया जाना चाहिए था। तीसरे दिन का खेल भी डीन एल्गर को गेंद लगने की वजह से रद्द कर दिया गया था।