श्रीलंकाई टीम (Sri Lanka Cricket Team) के दिग्गज गेंदबाज वनिंदू हसरंगा (Wanindu Hasaranga) ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। हसरंगा वनडे और टी20 पर ज्यादा फोकस करना चाहते हैं और इसी वजह से उन्होंने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा बोल दिया है। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मुकाबला अप्रैल 2021 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।
इससे पहले ये खबरें आई थीं कि वनिंदू हसरंगा ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को खत लिखकर केवल सफेद गेंद प्रारूप में खेलने का आग्रह किया है। उनके इस आग्रह को स्वीकार कर लिया गया है और अब हसरंगा टेस्ट क्रिकेट में खेलते हुए नजर नहीं आएंगे।
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के सीईओ एश्ले डी सिल्वा ने एक बयान जारी कर वनिंदू हसरंगा को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
हम वनिंदू हसरंगा के फैसले को स्वीकार करते हैं और पूरी तरह से कॉन्फिडेंट हैं कि हसरंगा हमारे सफेद गेंद के क्रिकेट प्रोग्राम का एक अहम हिस्सा होंगे।
वनिंदू हसरंगा अपने करियर में केवल 4 ही टेस्ट मैच खेल पाए
वनिंदू हसरंगा की अगर बात करें तो उनका टेस्ट करियर उतना अच्छा नहीं रहा। उन्होंने केवल 4 ही टेस्ट मैच अपने करियर में खेले और इस दौरान केवल 4 ही विकेट ले पाए। हसरंगा ने अपना डेब्यू साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2020 में किया था और 2021 में अपना आखिरी टेस्ट खेला। इसका मतलब ये हुआ कि सिर्फ एक साल तक ही उनका टेस्ट करियर चल पाया।
हालांकि हसरंगा का परफॉर्मेंस लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में काफी अच्छा रहा है। वो टी20 इंटरनेशनल के नंबर एक गेंदबाज भी बने थे। वो दुनिया की अलग-अलग टी20 लीग्स में खेलते हैं और वहां पर अच्छा प्रदर्शन करते हैं। श्रीलंका को एशिया कप और वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट्स आने वाले दिनों में खेलने हैं और ऐसे में वनिंदू हसरंगा उनके लिए काफी जबरदस्त प्लेयर साबित हो सकते हैं। टीम उम्मीद करेगी कि वो इन टूर्नामेंट्स में बेहतरीन प्रदर्शन करें।