नई आईपीएल फ्रेंचाइजी लखनऊ काफी समय से चर्चा में है और उन्होंने कल अपने नाम का भी खुलासा कर दिया। इस फ्रेंचाइजी का नाम लखनऊ सुपर जायंट्स (Lucknow Super Giants) होगा और जिसके कप्तान केएल राहुल हैं और पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) बतौर मेंटर नजर आएंगे।
गौतम गंभीर आईपीएल इतिहास के एक जबरदस्त परफ़ॉर्मर रहे। इसके अलावा उन्होंने अपनी कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार खिताबी जीत भी दिलाई थी। वहीं भारतीय टीम के लिए 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वर्ल्ड कप की जीत में भी अहम योगदान दिया था।
बोरिया मजूमदार के शो बैकस्टेज विद बोरिया में गौतम गंभीर ने बताया कि कप्तान के तौर पर उनका क्या एप्रोच रहा और एक फिलोसोफी भी बताई जो उनकी कामयाबी में अहम साबित हुई। उन्होंने कहा,
जब मैंने कप्तानी की, तो मैंने हमेशा कहा है कि मैं नहीं चाहता कि खिलाड़ी भारत के लिए खेलने के बारे में सोचें। मैं चाहता हूं कि खिलाड़ी फ्रेंचाइजी के लिए खेलने के बारे में सोचें। भारत के लिए खेलना उसके बाद की चीज है।
गंभीर ने आगे कहा,
यदि आप भारत के लिए खेलने के बारे में सोचते हैं और आप यह कहते हैं कि लखनऊ मुझे भारत के लिए खेलने के लिए मंच देता है, तो आप फ्रेंचाइजी के साथ बेईमानी कर रहे हैं। लेकिन अगर आप लखनऊ के लिए खेलते हैं और इसे लखनऊ के लिए अच्छा करते हैं, तो अंत में आप भारत के लिए खेलते हुए दिखेंगे।
खिलाड़ियों का असली लक्ष्य ख़िताब जीतना होना चाहिए - गौतम गंभीर
पूर्व सलामी बल्लेबाज ने अपनी उसी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा,
तो शायद उन दो महीनों में, मैं नहीं चाहता कि कोई भी खिलाड़ी यह कहे या सोचे कि मेरा काम या मेरा अंतिम लक्ष्य भारत के लिए खेलना है। उन दो महीनों के लिए उनका अंतिम लक्ष्य फ्रेंचाइजी के लिए टूर्नामेंट जीतना है। और अगर वे अपने प्रदर्शन के साथ ऐसा करना चाहते हैं, वे आखिर में भारत के लिए खेलेंगे।
आईपीएल भारत के लिए खेलने का मंच नहीं है। आईपीएल दुनिया के सामने अपनी प्रतिभा दिखाने का एक मंच है, और इसी तरह खिलाड़ियों को इसके बारे में सोचना चाहिए
गौतम गंभीर ने बतौर कप्तान काफी कामयाबी हासिल की और अब देखना दिलचस्प होगा कि वह नई भूमिका में लखनऊ सुपर जायंट्स को कितनी कामयाबी दिलाते हैं।