इंग्लैंड के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट मैच में वॉशिंगटन सुंदर (Washington Sundar) के शतक नहीं पूरा कर पाने के बाद उनके पिता ने टीम इंडिया के पुछल्ले बल्लेबाजों पर निशाना साधा है। वॉशिंगटन सुंदर के पिता एम सुंदर के मुताबिक अगर टेलेंडर्स बल्लेबाज थोड़ी देर क्रीज पर रुकने का साहस जुटा पाते तो वॉशिंगटन सुंदर अपना पहला टेस्ट शतक पूरा कर लेते।
वॉशिंगटन सुंदर चौथे टेस्ट मैच के तीसरे दिन 96 रन पर नाबाद रह गए। दूसरे छोर से भारतीय टीम ने सिर्फ पांच गेंद के अंदर अपने तीन विकेट गंवा दिए और उन्हें शतक बनाने का मौका ही नहीं मिला। हालांकि भारतीय टीम ने ये मुकाबला पारी और 25 रनों से जीतकर सीरीज में 3-1 से जीत हासिल की।
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वॉशिंगटन सुंदर के पिता का पूरा बयान
आईएनएस से खास बातचीत में वॉशिंगटन सुंदर के पिता ने भारतीय टीम के पुछल्ले बल्लेबाजों के परफॉर्मेंस पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा,
निचले क्रम के बल्लेबाजों ने जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे मैं काफी निराश हूं। वे थोड़ी देर भी टिककर बैटिंग नहीं कर सके। मान लीजिए कि अगर भारतीय टीम को यहां पर जीत के लिए 10 रनों की जरुरत होती तो क्या ये बड़ी गलती नहीं होती। करोड़ों युवा इस मुकाबले को देख रहे हैं और जिस तरह की बल्लेबाजी पुछल्ले बल्लेबाजों ने की उससे उन्हें कुछ भी नहीं सीखना चाहिए। यहां पर टेक्निक और स्किल की बात नहीं थी बल्कि एक जज्बे और साहस की बात थी। इंग्लैंड की टीम थक चुकी थी और बेन स्टोक्स 123-126 की रफ्तार से गेंदबाजी कर रहे थे। वे ज्यादा तेज बॉलिंग भी नहीं कर रहे थे।
आपको बता दें कि भारतीय टेस्ट टीम में आने के बाद से ही वॉशिंगटन सुंदर ने खासकर अपनी बैटिंग से काफी प्रभावित किया है। अभी तक वो कई बेहतरीन पारियां खेल चुके हैं।
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