Washington Sundar Hundred in Ranji Trophy: अगले महीने भारत को पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है। इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत घरेलू टेस्ट सीरीज खेल रहा है और साथ ही देश में रणजी ट्रॉफी भी खेली जा रही है। दिल्ली में चल रहे रणजी मैच में तमिलनाडु के ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने शतक जड़ दिया है। सुंदर को तीन नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारा गया था और उन्होंने शतक लगाते हुए इसका पूरा फायदा उठाया है। इस शतक के साथ उन्होंने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए अपना दावा भी ठोका है।
वाशिंगटन की सुंदर पारी
दिल्ली के खिलाफ 168 के स्कोर पर पहला विकेट गंवाने वाली तमिलनाडु ने सुंदर को नंबर तीन पर उतारने का फैसला लिया। उनका यह फैसला सही भी साबित हुआ, जब सुंदर पहले दिन नाबाद 96 रन बनाकर वापस लौटे। दूसरे दिन के खेल की शुरुआत में ही सुंदर ने अपना शतक पूरा किया। यह उनके फर्स्ट-क्लास करियर का केवल दूसरा शतक है। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए साई सुदर्शन (213) के साथ मिलकर 232 रनों की बड़ी साझेदारी की।
सुंदर ने 178 गेंदों में अपना शतक पूरा किया जिसमें 13 चौके और एक छक्का शामिल रहा। पहले दिन डटकर बल्लेबाजी करने वाले सुंदर दूसरे दिन भी अच्छी लय में दिख रहे हैं। दूसरे दिन दो विकेट कम अंतराल में गिरने के बावजूद सुंदर तेजी से अपने 150 रन पूरा करने की ओर बढ़ रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए सुंदर का दावा मजबूत
पिछली बार जब भारत ने लगातार दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया को उनके घर में टेस्ट सीरीज हराया था तब सुंदर भी उस टीम का हिस्सा थे। सुंदर को सीरीज के अंतिम गाबा टेस्ट के साथ अपना टेस्ट डेब्यू करने का मौका मिला था और उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया था। पहली पारी में तीन विकेट चटकाने के बाद जब भारत पहली पारी में 186 के स्कोर पर छह विकेट गंवा चुका था तो उन्होंने शार्दुल ठाकुर (67) के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 123 रनों की अहम साझेदारी और 62 रन बनाए थे। दूसरी पारी में भी उन्होंने एक विकेट लेने के साथ 29 गेंदों में 22 रनों की तेज और अहम पारी खेली थी।
ऐसे में ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले सुंदर के प्रदर्शन ने जरूरी सनसनी मचाने का काम किया है और उन्होंने रणजी ट्रॉफी में शतक लगाकर अपना दावा मजबूत कर दिया है। अब देखना होगा कि गेंदबाजी में वह किस तरह का प्रदर्शन करते हैं। अगर उनका प्रदर्शन अच्छा रहता है तो केएल राहुल, रविचंद्रन अश्विन समेत कई खिलाड़ियों के लिए वह सिरदर्द बने सकते हैं।