पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व क्रिकेटर वसीम अकरम (Wasim Akram) कराची किंग्स के डायरेक्टर हैं और आईपीएल (IPL) में भी वह केकेआर (KKR) के कोच रह चुके हैं। हालांकि पाकिस्तान की नेशनल टीम में वह कभी इस पद पर अब तक नहीं रहे हैं। इस बारे में उनसे पूछे जाने पर एक अहम प्रतिक्रिया सामने आई है। वसीम अकरम ने कहा है कि पाकिस्तानी फैन्स कोच की इज्जत नहीं करते, हार के बाद कोच को सुनना पड़ता है।
एक इंटरव्यू के दौरान पूर्व पाकिस्तानी दिग्गज ने पाकिस्तान में कोच को लेकर कहा कि फैन्स से उन्हें सुनना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मैं इसलिए कोच नहीं बनना चाहता क्योंकि मैं पाकिस्तान के फैन्स को देखता और सुनता रहता हूँ। मैं देखता रहता हूं कि कैसे लोग कोचों के साथ बुरा व्यवहार करते हैं। जीत हो या हार, कोच गेम नहीं खेलता। प्लानिंग के लिए कोच जिम्मेदार होता है, खिलाड़ियों को खेलना होता है। अगर टीम हार जाती है, तो एक राष्ट्र के रूप में कोच को जितना दोषी ठहराना चाहिए, हम उससे ज्यादा दोषी ठहराते हैं। मुझे इससे भी डर लगता है, मुझे गलत व्यवहार करना पसंद नहीं है।
वसीम अकरम ने दिया भारतीय टीम का उदाहरण
इसके बाद अकरम ने भारतीय क्रिकेट टीम का उदाहरण दिया, जिसमें रवि शास्त्री कोच हैं। अकरम ने कहा कि शास्त्री को पाकिस्तान के कोच की तरह आलोचना का सामना नहीं करना पड़ेगा। पाकिस्तान में खराब कार्यकाल के बाद कोचों को हटाने का इतिहास रहा है, या हर बार राष्ट्रीय टीम हारने पर कोचों को आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है।
वसीम अकरम ने कहा कि पाकिस्तानी दर्शक उत्साही हैं और इसमें कोई बुरी बात नहीं है लेकिन उन्हें अपने बर्ताव में सुधार लाना होगा। भारतीय टीम को भी पराजय का सामना करना पड़ता है लेकिन दर्शक रवि शास्त्री को गलत बातें नहीं कहते हैं।