श्रीलंका (Sri Lanka) की टीम भारत (India) के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में काफी नजदीक जाकर पराजित हो गई और इसका दुःख टीम के खिलाड़ियों को जरुर होगा। एक समय श्रीलंकाई टीम ने मैच अपनी गिरफ्त में ले लिया था लेकिन दीपक चाहर और भुवनेश्वर कुमार ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर भारतीय टीम की वापसी कराई और मैच में जीत भी दिलाई। इसे लेकर श्रीलंकाई खिलाड़ी चरित असालंका ने प्रतिक्रिया दी है।
मैच के बाद असालंका ने कहा कि खिलाड़ी और कोच भावुक हैं। हम युवा टीम हैं और हाल ही में ज्यादा जीत हासिल नहीं की है। देश के लिए साथ मिलकर खेलने का बेस्ट प्रयास हम कर रहे हैं। सभी ने कड़ी मेहनत की और मैच को अंतिम ओवर तक लेकर गए लेकिन दुर्भाग्य से हम जीत नहीं पाए।
श्रीलंका की टीम ने भारत के 7 विकेट आउट कर मैच में पूरी तरह से पकड़ बनाई थी। उस समय किसी ने नहीं सोचा था कि भारत की तरफ से आठवें विकेट के लिए अविजित भागीदारी हो जाएगी। भुवनेश्वर और चाहर ने संयम दिखाते हुए क्रीज पर टिके और मैच को निकालकर ले गए।
असालंका का पूरा बयान
असालंका ने कहा कि हमने 40वें ओवर में मैच को गहराई में लेकर जाने की बात की। हम उनकी आवश्यक रन रेट बढ़ाना चाहते थे। लेकिन वे सफल रहे क्योंकि उन्होंने एक भी विकेट नहीं गंवाया। उनके पास वनिंदु को रक्षात्मक रूप से खेलने और बाकी सभी को हिट करने की योजना थी और यह काम कर गया। अगर वे वनिंदु से रन लेने की कोशिश करते, तो शायद वे हार जाते। मुझे लगता है कि अन्य गेंदबाजों को बात करनी होगी और यह पता लगाना होगा कि उस स्थिति में विकेट कैसे हासिल किया जाए।
असालंका ने स्वीकार किया कि श्रीलंका ने बेहतर प्रदर्शन किया है लेकिन उनके क्षेत्ररक्षण के साथ अभी भी काम किया जाना बाकी है। उन्होंने कहा कि हमने मैदान पर कुछ गलतियां की और 10 से अधिक रन दिए। हमें इसे ठीक करने की जरूरत है। भारत के लिए नंबर 8 और 9 ने भी रन बनाए, इसलिए हमें यह भी पता लगाना होगा कि इसे कैसे रोका जाए।