टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने भारतीय टीम के हेड कोच की पोजिशन को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। गौतम गंभीर ने भारतीय कोच पर जोर दिया है और कहा है कि टीम को किसी भी विदेशी कोच की जरूरत नहीं है। गौतम गंभीर ने कहा कि भले ही इंडियन कोच लैपटॉप लेकर वो चमक-धमक ना दिखाएं लेकिन वो मैदान में कड़ी मेहनत जरूर करते हैं।
बीसीसीआई ने राहुल द्रविड़ को दोबारा इंडियन टीम का हेड कोच नियुक्त कर दिया है। राहुल द्रविड़ का कार्यकाल वर्ल्ड कप 2023 तक ही था। हालांकि बीसीसीआई ने उन्हें टीम का कोच बने रहने का ऑफर दिया और उनसे कॉन्ट्रैक्ट बढ़ाने के लिए कहा जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। राहुल द्रविड़ को बीसीसीआई इसलिए कोच के तौर पर बरकरार रखना चाहती थी, ताकि पिछले दो सालों के दौरान उन्होंने जो सेटअप बनाया है, उसमें कोई बदलाव ना हो। नया कोच आने के बाद इस पर असर पड़ सकता था। द्रविड़ के अलावा बाकी कोचिंग स्टाफ को भी बरकरार रखा गया है।
भारतीय कोच किसी से कम नहीं हैं - गौतम गंभीर
गौतम गंभीर के मुताबिक भारतीय कोच ही इंडियन टीम को फायदा पहुंचा सकते हैं। एनडीटीवी के मुताबिक उन्होंने कहा,
हम सबने देखा कि भारत ने वर्ल्ड कप में कितना अच्छा खेल दिखाया। ये दिखाता है कि हमें बाहर से किसी की जरूरत नहीं है। इससे ये भी पता चलता है कि हमारे कोच किसी भी विदेशी कोच से पीछे नहीं हैं। हमारी दिक्कत ये है कि हम शायद उस तरह का प्रंजेटेशन नहीं देते हैं कि हाथ में लैपटॉप हो और अच्छी इंग्लिश बोलें। हम उस कॉर्पोरेट कल्चर से नहीं आते हैं लेकिन हमें पता है कि मैदान में किस तरह से मेहनत करनी है। हम पिछले 10 साल से नहीं बल्कि कई सालों से वर्ल्ड कप खेल रहे हैं। एक भारतीय कोच को भारत का कोच होना चाहिए और पाकिस्तानी को पाकिस्तान का कोच होना चाहिए।