भारतीय टीम को 2011 वर्ल्ड कप में मिली जीत को लेकर पूर्व क्रिकेटर वीरेंदर सहवाग ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने टीम इंडिया के हेड कोच गैरी कर्स्टन को लेकर अहम बात कही है। सहवाग के मुताबिक गैरी कर्स्टन के बारे में इससे पहले ज्यादा लोग नहीं जानते थे लेकिन 2011 का वर्ल्ड कप जीतकर हमने उन्हें मशहूर कर दिया था और वो एक बड़ा नाम बन गए थे।
वीरेंदर सहवाग के मुताबिक ये खिलाड़ियों का काम होता है कि वो मैदान में जाकर परफॉर्म करें और कोच केवल बाहर से उन्हें गाइड कर सकता है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में मिली हार के बावजूद सहवाग ने हेड कोच राहुल द्रविड़ पर पूरा भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि कोच किसी खिलाड़ी को पहचान नहीं दिलाता है, बल्कि खिलाड़ी अपने परफॉर्मेंस से कोच को बड़ा बना देता है।
खिलाड़ी ही कोच को मशहूर बनाता है - सहवाग
आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के शेड्यूल के लॉन्च के मौके पर आयोजित इवेंट के दौरान सहवाग ने कहा,
जब एक बार खिलाड़ी मैदान में चला जाता है तो फिर कोच का मान-सम्मान उसके ही हाथ में होता है। अगर खिलाड़ी परफॉर्म करेगा तो कोच की तारीफ होगी और अगर बुरा प्रदर्शन करेगा तो कोच की आलोचना होगी। हम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचे और कोई इस बारे में बात नहीं कर रहा है कि ये हमारा लगातार दूसरा फाइनल था। हर कोई सिर्फ हार के बारे में बात कर रहा है। एक कोच के तौर पर राहुल द्रविड़ के ऊपर सवाल उठाए जा रहे हैं। लेकिन वो मैदान में नहीं खेल रहे हैं, खिलाड़ियों को अपने परफॉर्मेंस से द्रविड़ का नाम ऊपर करना होगा।
कोच कभी खिलाड़ी को मशहूर नहीं बनाता है, बल्कि एक खिलाड़ी कोच को बड़ा बनाता है। जैसे हमने 2011 का वर्ल्ड कप जीतकर गैरी कर्स्टन को काफी बड़ा नाम बना दिया था। गैरी ने कई सारी टीमों की कोचिंग की थी लेकिन एक भी टूर्नामेंट नहीं जीत पाए थे। उन्होंने आईपीएल 2022 का टाइटल जीता लेकिन वहां पर भी आशीष नेहरा थे जो उनसे ज्यादा लोड ले रहे थे।