पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम की कप्तान बिस्माह मारूफ (Bismah Maroof) ने इस साल की शुरुआत में खेले गए महिला वर्ल्ड कप के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी। 2020 टी20 वर्ल्ड कप के बाद मारूफ ने ब्रेक लिया था। उन्होंने मां बनने के लिए यह ब्रेक लिया था और अपनी बेटी के जन्म के बाद वह दोबारा क्रिकेट के मैदान में लौट आई हैं।
मारूफ की कप्तानी में पाकिस्तान ने 2009 के बाद से पहला वर्ल्ड कप मुकाबला जीता था। उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ आठ विकेट से जीत दर्ज की थी। हालांकि, टीम ने टूर्नामेंट में खेले अन्य सात मैच गंवाए थे। भारत के खिलाफ भी पाकिस्तान को हार ही मिली थी। 30 साल की मारूफ ने हाल ही में स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ खास बातचीत की और इस दौरान उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों के साथ अपने रिश्ते के बारे में टिप्पणी की। मारूफ ने कहा,
मेरे हिसाब से हमारा कल्चर समान ही है और खास तौर से हम एक ही भाषा का इस्तेमाल करते हैं। हम एक-दूसरे को अच्छे से समझते हैं। मेरा मानना है कि हमें वर्ल्ड कप के अलावा और क्रिकेट साथ में खेलना चाहिए। मेरे हिसाब से एक खिलाड़ी के लिए यह अच्छी चीज होगी।
"भारत के खिलाफ खेलना हमेशा मुश्किल होता है"- मारूफ
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला हर मुकाबला काफी बड़ा हो जाता है और पूरे विश्व के क्रिकेट फैंस की निगाहें इस पर ही रहती हैं। मारूफ ने भी स्वीकार किया है कि भारत के खिलाफ खेलने से हमेशा दबाव रहता है। उन्होंने कहा,
हमारे लिए भारत के खिलाफ खेलना हमेशा दबाव की चीज रहती है। मेरे ख्याल से जब हम मैदान में जाते हैं तो यह साधारण गेम बन जाता है। केवल बाहर ही हाइप बनी रहती है। यदि हम अधिक क्रिकेट खेलेंगे तो संभवतः इसे नॉर्मल किया जा सकता है। भारत-पाकिस्तान के मैच फॉलो करने वाले दर्शकों के लिए भी यह अच्छा होगा।