भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बल्लेबाजों के खराब शॉट चयन को हार का कारण बताया है, जिस वजह से भारतीय टीम चौथे एकदिवसीय मैच में 190 रनों के लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाई। कोहली ने वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को भी अच्छी गेंदबाजी का श्रेय दिया और कहा कि उन्होंने काफी खाली गेंदे डाली जिस वजह से हमारे ऊपर दबाव बना और हमने गलत शॉट खेला। कोहली ने यह वादा भी किया कि उनकी टीम हार को भूलाकर 6 जुलाई को जमैका में होने वाले सीरीज के अंतिम मैच में जोरदार वापसी करेगी। मैच के बाद कोहली ने कहा "हमारा शॉट सिलेक्शन सही नहीं था और हमने खेल के नाजुक मोड़ पर विकेट खो दिए। मुझे लगता है कि विकेट में दोहरा उछाल था और हमने काफी डॉट गेंदे खेली। वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को पूरा श्रेय जाता है, उन्होंने हमें गलत शॉट खेलने के लिए मजबूर किया। इसे भूल कर हम अब अगले मैच के लिए तैयारी करेंगे"। सीरीज का पहला मैच बारिश की वजह से धुलने के बाद भारत ने अगले दोनों मैच अपने नाम कर लिए और चौथा मैच जीतकर सीरीज में अजेय बढ़त लेने के इरादे से उतरी थी। टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज की टीम ने 50 ओवरों में 189/9 का स्कोर ही बनाया था लेकिन 190 के आसान लक्ष्य का पीछा करने उतरी मजबूत भारतीय बल्लेबाजी क्रम मात्र 178 ही बना पाई और 11 रनों से मैच हार गयी। भारत की पारी शरुआत से ही पटरी से उतरी दिखी। शिखर धवन और कप्तान विराट कोहली बिना कुछ खास किये पवेलियन लौट गये। युवराज सिंह की जगह टीम में शामिल किया गये दिनेश कार्तिक ने 2 रन बनाने के लिए 19 गेंदों का सामना किया और फिर पवेलियन लौट गये। रहाणे और धोनी के बीच अर्धशतकीय साझेदारी हुई लेकिन उसके तुरंत बाद रहाणे भी आउट हो गये। धोनी की पारी इतनी धीमी रही कि उन्होंने अपने जीवन का सबसे धीमा अर्द्धशतक जमाया। इसके बाद एक भी बल्लेबाज दोहरी उछाल वाली पिच पर नहीं टिक पाया और पूरी टीम 178 पर ढेर हो गयी। जब धोनी और जडेजा खेल रहे थे उस समय जीत के लिए 15 गेंदों पर 17 रन चाहिये थे पर उन्होंने भी गलत शॉट खेल कर अपना विकेट गंवा दिया। सीरीज का अंतिम मैच 6 जुलाई को जमैका में खेला जायेगा जिसे जीत कर भारतीय टीम सीरीज अपने नाम करना चाहेगी।