श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे मैच के दौरान अपनी जबरदस्त पारी के बाद दीपक चाहर (Deepak Chahar) पूरी दुनिया में छा गए हैं। उन्होंने जिस तरह से विपरीत परिस्थितियों में टीम को मैच जिताया उसके बाद हर किसी की जुबां पर बस उनका ही नाम है। इसी कड़ी में उनसे जुड़े कुछ अहम खुलासे भी हो रहे हैं और ऐसा ही एक खुलासा किया है भारत के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद ने।
वेंकटेश प्रसाद ने एक ट्वीट में खुलासा किया कि जब दीपक चाहर युवा थे और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में जगह बनाने की कोशिश कर रहे थे तब ग्रेग चैपल ने उन्हें रिजेक्ट कर दिया था और कहा था कि वो किसी और फील्ड में अपना करियर बनाएं।
वेंकटेश प्रसाद ने अपने ट्वीट में लिखा,
दीपक चाहर को आरसीए में ग्रेग चैपल ने उनकी हाइट की वजह से रिजेक्ट कर दिया था और किसी दूसरे फील्ड में करियर बनाने की सलाह दी थी। अब उन्होंने अकेले दम पर मैच जिता दिया है। कहने का मतलब ये है कि अपने ऊपर भरोसा रखिए और विदेशी कोचों को ज्यादा सीरियस लेने की जरूरत नहीं है।
ग्रेग चैपल की कोचिंग में भारत वर्ल्ड कप के पहले दौर से ही बाहर हो गया था
ग्रेग चैपल 2005 से लेकर 2007 तक भारतीय टीम के हेड कोच थे। सौरव गांगुली से उनका विवाद सबको पता है। चैपल की कोचिंग में भारत ने रन चेज करते हुए लगातार 17 मुकाबले जीते थे लेकिन उसके बाद 2007 के वर्ल्ड कप में टीम पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गई थी।
इसके बाद ग्रेग चैपल को इंडियन टीम के कोच पद से निकाल दिया गया और बाद में वो राजस्थान रॉयल्स के एकेडमी कोच बने। इसी दौरान दीपक चाहर को उन्होंने ये बात कही थी। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने भी इसका जिक्र किया था।
आपको बता दें कि श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे मुकाबले में भारतीय टीम की जीत के हीरो दीपक चाहर रहे। दीपक चाहर ने भुवनेश्वर कुमार के साथ जबरदस्त साझेदारी कर टीम को जीत दिला दी। दोनों बल्लेबाजों ने 84 रनों की अविजित साझेदारी की। दीपक चाहर ने अपने वनडे करियर का पहला अर्धशतक लगाया और नाबाद 69 रन बनाए।