दीपक चाहर एक भारतीय क्रिकेटर हैं। उनका जन्म 7 अगस्त 1992 को उत्तर प्रदेश के आगरा में हुआ था। वह दाएं हाथ के मध्यम गति के तेज गेंदबाज हैं, जो दाएं हाथ से बल्लेबाजी भी करते हैं। 16 साल की उम्र में इस होनहार मीडियम पेसर को 2008 में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन अकैडमी के तत्कालीन निदेशक ग्रेग चैपल ने अस्वीकार कर दिया था। दो साल बाद 2010-11 के सीजन में उन्होंने राजस्थान रणजी टीम में प्रवेश किया।
चाहर ने फरवरी 2010 में विजय हजारे ट्रॉफी में सेंट्रल जोन से खेलते हुए विदर्भ के खिलाफ 61 रन देकर दो विकेट लेकर अपने लिस्ट ए करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने 3 मैचों में 5 विकेट लिए।
चाहर ने नवंबर में जयपुर में रणजी ट्रॉफी प्लेट लीग में हैदराबाद के खिलाफ ग्रुप ए के मैच में 10 रन देकर 8 विकेट हासिल करके राजस्थान के लिए प्रथम श्रेणी में शानदार शुरुआत की थी।
उनके सनसनीखेज प्रदर्शन ने हैदराबाद को भारतीय घरेलू सर्किट में सबसे कम स्कोर पर रोका है। उन्होंने प्रथम श्रेणी में दूसरे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज का तमगा हासिल किया है। गोवा के खिलाफ दूसरे मैच में चाहर ने पहली पारी में चार विकेट लिए थे।
8 जुलाई 2018 को उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्टल मैदान पर अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच की शुरुआत की। उन्होंने अब तक चार टी-20 मैच खेले हैं, जिनमें 6 विकेट हासिल किए हैं। उनका बेहतरीन प्रदर्शन वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 रन देकर तीन विकेट झटकना है।
दीपक चाहर के पास गेंद को दोनों दिशाओं में स्विंग कराने का महारत हासिल है। उनकी इसी काबिलियत ने उन्हें अपने पहले रणजी अभियान में स्टैंड आउट परफॉर्मर साबित किया।
रणजी ट्रॉफी प्लेट लीग के दौरान उन्होंने 19.63 के औसत से 6 मैचों में 30 विकेटों का शानदार प्रदर्शन किया। उनके प्रदर्शन की बदौलत राजस्थान को एलीट चरण के लिए क्वालिफाई करने में मदद मिली। 2010-11 के एलीट चरण में उन्होंने 8 मैचों में 37.66 के औसत से 21 विकेट लिए। इस प्रदर्शन की बदौलत राजस्थान को पहली रणजी ट्रॉफी जीतने का मौका मिला।
चाहर ने 2017-2018 के सैयद मुश्ताक ट्रॉफी में असाधारण गेंदबाजी की थी। उन्होंने नौ मुकाबलों में 9.94 के औसत से 19 विकेट चटकाए थे। उन्होंने सुपर लीग चरण में कर्नाटक को बाहर करने के लिए 15 रन देकर पांच विकेट लिए थे।
राजस्थान के इस खिलाड़ी को असामयिक चोटें और लगातार परफॉर्म न कर पाने की वजह से काफी मुश्किलें उठानी पड़ीं। अपने शुरुआत स्पेल में बेहतरीन गेंदबाजी के बाद वह प्रथम श्रेणी में केवल दो बार ही पांच विकेट हासिल कर सके हैं। रजणी सत्र में बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद वह 103.33 के औसत से चार मैच में छह विकेट ही हासिल कर सके। पुरानी गेंद के साथ वह ज्यादा प्रभावशाली गेंदबाज नहीं रहते हैं।
चाहर घरेलू सर्किट में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने 2016-17 में राजस्थान टी -20 लीग में बीकानेर डेजर्ट चैलेंजर के लिए दो मैच खेले थे।
वह 2012 के आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स टीम में थे लेकिन उन्होंने एक मैच भी नहीं खेला। राइजिंग पुणे सुपरजायंट के लिए दो आईपीएल सीजन (2015-2016) में उन्होंने पांच मैच में केवल एक विकेट ही हासिल किया।
2018 के आईपीएल संस्करण के लिए चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने चाहर को खरीदा।