भारतीय टीम के मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा का श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने हाल ही में खेले गए दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में सबसे तेज शतक जड़कर विश्व रिकॉर्ड की बराबरी की है। रोहित ने केवल 43 गेंदों पर 118 रनों की शतकीय पारी खेली। विराट कोहली की अनुपस्थिति में भारतीय टीम की कमान रोहित शर्मा के हाथों में हैं। एक कप्तान के रूप में रोहित ने क्रिकेट के मैदान पर बेहतरीन प्रदर्शन किया, तो मैदान के बाहर भी उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान अपने पुराने किस्से सभी के साथ साझा किये। श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 मैच से पहले रोहित शर्मा का एक निजी इंटरव्यू 'ब्रेक फ़ास्ट विद चैंपियंस' शो में दिखाया गया, जहाँ उन्होंने अपनी जिंदगी के कुछ मनोरंजक किस्से साझा किये। रोहित ने बताया कि बचपन में उन्हें क्रिकेट खेलते समय पुलिस द्वारा जेल जाने की धमकियाँ भी दी गई थी। रोहित शर्मा ने संक्षेप में कहा कि मेरा परिवार हमेशा से क्रिकेट को चाहता रहा है। मेरे चाचा मेरे खेल को बड़ी बारीकी से देखा करते थे। एक दिन घर के बाहर खेलते समय मेरे घर वाले मेरे खेल पर नजर रखे हुए थे, तो मैंने भी बल्लेबाजी करते समय आसपड़ोस के खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। उसके बाद शीशे तोड़ने के लिए मेरी पुलिस कंप्लेंट लिखी गई। एक पुलिस अधिकारी ने मेरे पास आकर मुझे धमकाया और कहा कि आगे से ऐसा कुछ भी हुआ तो हम तुम्हे जेल के अन्दर कर देंगे। उसके बाद हम घर के बाहर खेलने की बजाय मैदान पर जाकर क्रिकेट खेलने लगे लेकिन हमने क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा। इसे भी पढ़ें: जब युवराज सिंह ने रोहित शर्मा को दी थी पत्नी रितिका से दूर रहने की सलाह रोहित शर्मा ने इस शो के दौरान अपने जीवन को महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के जीवन से मिलाकर देखा और कहा कि मेरी और सचिन की जिंदगी क्रिकेट से पहले एक जैसी ही थी। उसके साथ ही उन्होंने भारतीय टीम में अपने पहले अनुभव से लेकर अपनी धर्मपत्नी रितिका के साथ हुई पहली मुलाकात को साझा किया है। रोहित शर्मा इन दिनों अपने बल्लेबाजी को लेकर खूब चर्चा में हैं। उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में दोहरा शतक और टी20 सीरीज में ताबड़तोड़ शतक लगाया है। भारतीय टीम ने उनकी कप्तानी में वनडे और टी20 सीरीज को अपने नाम कर लिया है।